मैं वन्दना ❤️ मुझे है शौक लिखने पढ़ने और गाने गुनगुनाने का कलम हमेशा लिखते हैं मेरे मन की बातें और दिल को जो छू जाए वो जज्बातें ❤️✍️
गुनगुनाते हैं जो गीत गजलें और भजनें सुन कर मन
हर्षित हो जाएगा कुछ पल तो प्रफुल्लित हो जाएगा ❤️🎤🌻🙌🌻😇❤️
आप जो साथ देंगे मेरा तो मुझे सहयोग मिल जाएगा
आपके साथ से मेरा आत्मविश्वास बढ़ जाएगा ❤️🙏
करें कृपा महादेव सब पर माता रानी का प्यार मिले
ईश्वर के अनुपम कृपा से सबका खिला संसार रहें
हर हर महादेव जय माता रानी की ❤️❤️🙏🙏
Vandana Kumari
Happy Teacher's day 🌹🌹
गुरु ❤️🙏🌹
जीवन के प्रथम गुरु मां होती हैं
मां हमें अपनी गर्भ में ही हमें अपने प्यार से सींचती है
हमारे जीवन के लिए अनेकों कष्ट सहती है
अपनी नाजुक संतान को अपनी दूध से पालती है
बिना कुछ बोले ही अपने बच्चे की हर बात जान लेती हैं
जीवन की पहली पाठशाला की ज्ञान हमें मां ही पिलाती हैं
तूतली बोली को मां यूं झट से समझ लेती हैं
अच्छी-बुरी हर बातें मां प्यार से समझा देती है
उठना,बैठना,चलना,फिरना मां अपने हाथों से सीखा देती हैं
मां जीवन के वो प्रथम गुरु है जो हमें जिंदगी देती हैं
जीवन के दूसरे गुरु पिता होते हैं
पिता हमें जीवन जीने के कला सिखातें है
हमारे अंदर विश्वास पैदा करके हमें हर परिस्थितियों में
डट कर सामना करने की प्ररेणा देते हैं
बाहरी दुनिया से जूझने और अपनी जिंदगी संवारने में सहयोग करते हैं
पिता का साथ हमारे जिंदगी के राहें आसान करता है
पिता वो हाथ है जो हमें आगे बढ़ने में मदद करता है
पिता का प्यार मां के दूलार जिंदगी को बेहतर बनाता है
तीसरे गुरु वो होते हैं जहां से हम अपनी आगे की जिंदगी
के शुरुआत करते हैं
जो हमारे अंदर आगे के जिंदगी में जीने की ज्ञान भरते हैं
जिंदगी के बढ़ने के साथ-साथ गुरु और ज्ञान भी बढ़तें जाता हैं !!
न तो ज्ञान के कमी है और न ही गुरु की
गुरु के बिना ज्ञान नहीं ज्ञान के बिना जीवन नहीं
कहा जाता है ज्ञान हमें जहां से मिले प्राप्त कर लेना चाहिए
चाहे ज्ञान हमें बड़ों से मिले या छोटों से ज्ञान तो ज्ञान है
जो हमारे जिंदगी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं
ज्ञान और बुद्धि जीवन को सरल बना देता है
जीवन जीने के कला हमें सिखाता है
जीवन के हर एक गुरुओं को नमन है
जो हमें अपनी ज्ञान की ज्योति से प्रकाशमान बनाते हैं
हमें जीवन जीने के हर एक विद्या सीखाते है
गुरु अपने शिष्यों को एक सभ्य इंसान बनातें है
अंधकार को हटाकर प्रकाश के ओर ले जाते हैं
गुरु जीवन के वो आधार है जो इस समाज में जीने के कला
सिखातें है
बिना गुरु के जीवन संभव नहीं है
इसलिए कहा जाता है :- गुरुर ब्रह्मा गुरुर बिष्णु गुरुर देवों महेश्वर:
गुरुर साक्षात् परमब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः !!
जीवन के राह दिखाने वाले सभी गुरुओं को नमन है !!
❤️✍️ वन्दना ✍️❤️
22 hours ago (edited) | [YT] | 12
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Vandana Kumari
महादेव ❤️✍️🙏
शम्भु मेरे शंकर मेरे
तेरा जय-जय कार करें !!
महाकाल तुम महादानी तुम !!
विष पीएं अमृत दान किए !
तेरी महिमा अपरम्पार है !!
तुम दया के सागर हो !
तेरी कृपा बनी रहे सब पर !!
ऐसा ही मैं आस करूं !
हे त्रिपुरारी महादेव तुम !!
आशुतोष कहलाते हो !
भोले बाबा हो भोले तुम !!
सबके हुदय में रहते हो !
तेरे चरण में जो आता है !!
उसको शरण लगाते हो !!
सबको प्यार से तुम अपने गलें लगाते हो !
हे कैलाशी हे अविनाशी !
शिव शंकर गौरी के पति !!
कार्तिक,गणपति के बापू हो तुम !!
भोले भंडारी महेश्वर कहलाते हो !
शिव हर मन में शिव धड़कन में !!
शिव इस धरती और अंबर में !!
शिव बसा है हर कण-कण में !
शिव ही सत्य है शिव ही सुंदर !!
इस जगत के स्वामी हैं शिव !!
ओंकार के हर ध्वनियों में !!
महादेव तुम महाकाल तुम !
महादेव तुम शिवशंकर !!
काशी विश्वनाथ तुम भूतनाथ !!
सुबह हो या शाम के बेला !!
हर लबों पर हो नाम तेरा !!
हाथ बढ़ा कर महादेव तुम !
सब के सिर पर हाथ तुम रखना !!
अपना आशीष सबको देना !!
सबके जीवन में खुशियां भर देना !!
शम्भु मेरे शंकर मेरे !
तेरा जय-जय कार करें !!
❤️✍️वन्दना ✍️❤️
2 days ago (edited) | [YT] | 13
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Vandana Kumari
अपना एक अस्तित्व 💖✍️
हम सबका अपना एक अस्तित्व होता है
चाहे पुरुष हो या स्त्री सब चाहते हैं
अपना एक वजूद जो मेरे नाम और अस्तित्व को बनाए रखें
चाहे हम कुछ करते हैं या नहीं इससे फर्क नहीं पड़ता है
हम बड़े लोग हैं या छोटे लोग इससे भी फर्क नहीं पड़ता है
बस फर्क पड़ता है मैं हूं मेरा वजूद है मेरा अस्तित्व है
हर रिश्ते निभाते हुए अपने आप को जिंदा रखें
हम जन्म से अनेकों रिश्तों के बंधनों में बंधे होते हैं
किसी के बेटी,बहन,पत्नी और मां ये रिश्ते सबसे अहम
और महत्वपूर्ण होता है
ऐसे ही बेटा,भाई,पति और पिता का रिश्ता होता है
ये सारे रिश्ते हमारे आखिरी समय क्या हमारे नहीं रहने के बाद
भी रहता है
मैं उनकी बेटी,बहन पत्नी और मां थी
लेकिन कौन थी ये तो अहम है न क्योंकि मेरा अपना एक वजूद था
वो है वन्दना नाम के साथ अपना एक पहचान एक
शख्शियत एक खासियत जो मुझे मेरी पहचान है
हम सारे रिश्ते के साथ जीते हैं और मरते हैं
फिर भी अपना एक अलग पहचान होता है
अगर हम अपने सारे योग्यता,काबिलियत और हुनर को दरकिनार
कर के बच्चे और परिवार संभालते हैं
इसका मतलब ये नहीं होता है के हमारा वजूद नहीं होता है
हम हैं तब ही हम सारे कर्तव्यों को पूरा करते हैं
जिस दिन हम नहीं होंगे उस दिन कौन कर्तव्य और कौन
जिम्मेदारियां संभालेगा
हमारा मन हमारा तन समर्पित है लेकिन अपने अस्तित्व के साथ
हम से हमारा पहचान है हम एक स्त्री है तो अपना एक वजूद है
हम से हमारा हर कर्तव्य और अधिकार है
अब तो स्त्रियां घर और बाहर दोनों जगह अपनी मौजूदगी कायम
करती है
तो फिर क्यों नहीं अपने नाम और पहचान से जानी जाना चाहिए
हां, हमारे जिंदगी में हर रिश्ते का अपना अलग स्थान है
और हम इन्हीं रिश्तों से बंधे हैं और हमेशा बंधें रहेंगे
क्यों कि रिश्ते ही हम सबका एक डोर है जहां हम सुकून और शांति
से साथ रहते हैं और निभाते हैं
जिंदगी में चाहे कितने ही मुकाम पा लें या शोहरत या
दौलत पा लें लेकिन अपनों में ही मिलकर रहने से खुशियां
मिलता है वो दोनों पर लागू होता है
स्त्री हो या पुरुष दोनों समान है और दोनों का अपना एक
वजूद और पहचान है
जिसे कायम रखना बहुत जरूरी है अपने वजूद और
अस्तित्व के लिए...
💖✍️ वन्दना ✍️💖
4 weeks ago (edited) | [YT] | 29
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Vandana Kumari
ये कहानी नहीं है ये सच में मेरे साथ दो दिन पहले घटित हुआ जिसे मैं आप सब से साझा कर रही हुं 😊❤️
दो दिन पहले की बात है सुबह में मैं अपने किचेन में खाना बना रही थी तभी जोर जोर से दरवाजे खटखटाने का आवाज आया ज्योंहि मैं दरवाजे खोली चार पांच किन्नर खड़ी थी पहले तो मैं चौंक गई और थोड़ा डर भी गई लेकिन तुरंत मैंने पूछें तो मेरे घर के अंदर झांक कर कहती हैं आपको पोता हुआ है मुझे थोड़ा आश्चर्य हुआ ऐसा क्यों बोल रही है तभी ऊपर सीढ़ी से दो तीन और किन्नर को नीचे उतरते देखें तो समझते देर नहीं लगा
मुझसे ऊपर तल्ले पर जो किरायेदार रहतीं हैं उसको नाती हुआ है
लेकिन उसके घर में ताले लगा था इसलिए उसे लगा के ये वाला घर है
फिर वो लोग चली गई मेरी नज़र जब तीन चार किन्नर पर गया तो मेरा
दिल आह के दर्द से भर गया इतनी खूबसूरत थी उम्र भी बीस पच्चीस साल की होगी देखते ही दिल से निकला ईश्वर ने इतनी खूबसूरती देकर भी जीवन में खुशियां नहीं दिए जीवन खुशियों से विरक्त कर दिए और समाज में सम्मान परिवार के खुशियों से वंचित कर दिये है
किन्नरों की पर्सनालिटी कितनी अच्छी और खूबसूरत रहता है लम्बी चौड़ी दमदार पर्सनालिटी के अलग ही व्यक्तित्व होता है
अपने जीवनयापन के लिए ट्रेनों में सड़कों पर दूसरे के घरों में जाकर मांगना पड़ता है
ईश्वर ने समाज के हर सुख-दुख से जुड़े रहने से वंचित कर दिए
फिर दूसरे दिन भी वो लोग आई उस दिन ऊपर वो लोग थे आवाज मुझे सुनाई पड़ रहा था जब दरवाजा खोल कर देखी तो ऊपर जाते सबको देखें कुछ देर बाद देखें एक किन्नर सीढ़ी पर बैठ कर किसी से फोन से बातें कर रही थी मैं पूछी आज मिली वो लोग तो बोली हां सब उन्हीं के वहां ऊपर में है फिर मैं बोली कल मुझे सब कह रही थी आपको पोता हुआ है तो फिर वो कहती हैं भगवान करे आपको भी जल्दी पोता दें मैं फिर बोली मेरा बेटा अभी छोटा है
फिर वो हंसते बोली कोई बात नहीं, फिर मेरे मुंह से निकल गया आप सभी का पर्सनालिटी कितनी अच्छी रहती है लम्बी चौड़ी दमदार देखने में , कल तो तीन चार को देखी थी कितनी खूबसूरत गोरी चिट्टी प्यारी थी फिर वो कहती हैं किस काम की बहन ऐसी सुंदरता बहुत दर्द था उसके आवाज में सच ही तो कहतीं हैं
किस काम के इतनी सुन्दरता मैं जब भी उन लोगों को देखतीं हुं
मुझे बहुत तकलीफ़ महसूस होता है ईश्वर ने कैसा जीवन दिए
सब कुछ देकर कुछ भी नहीं दिए लेकिन लोगों को उनका सम्मान जरूर करना चाहिए जिससे उनके लिए उनके जीवन जीने के लिए आसान हो और समाज में सम्मान से वो भी जी सकें 🥲🙏🌹🌹❤❤
1 month ago (edited) | [YT] | 34
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Vandana Kumari
दोस्ती ❤️✍️
दोस्ती प्यार है
दोस्ती जज़्बात है
दोस्ती सहयोग है
दोस्ती साथ है
दोस्ती वो रिश्ता है
जो बिना कोई रिश्ते के ही
रिश्ते का डोर बंध जाता है
दोस्ती जिंदगी है
दोस्ती कठिन समय में साथ देने वाला हाथ है
मुसीबतों में साथ चलने वाला नाम है दोस्त
दोस्ती प्यार,विश्वास और सहयोग का नाम है
जिंदगी में दोस्तें होनी चाहिए दो-चार
बातें हो फनी और हो कुछ हंसी-मजाक
न दिल पर लगें न गलत समझें
हंसते-हंसते समय कटें
जिंदगी के जिम्मेदारियां के बोझ तले
कभी-कभी तो दोस्तों के साथ शाम ढले
दिल के जज्बातों को बगल करें
कुछ समय कुछ पल तो मौज से जीयें
उदासियों के डोर को तोड़ कर
थोड़ा-थोड़ा खुशियों को जोड़ कर
खुशनुमा माहौल में तो जी लें
कहने को तो चार दिन के है जिंदगी
लेकिन इस चार दिन में जिंदगी बहुत कुछ सिखा देती हैं
अनेकों सवाल-जबाबों से गुजरती हैं जिंदगी
जिंदगी में दोस्तें होनी चाहिए दो-चार
समय मिले या समय निकाल के
कुछ बातें कुछ यादें कर जता दें
हम है हर हाल में तेरे साथ
जिंदगी में कुछ देकर जाना है या कुछ लेकर जाना है
तो वो यादें हैं प्यार है एक-दूसरे के साथ बिताए कुछ
पल कुछ खट्टी- मीठी यादें कुछ बातें हैं
जिंदगी में दोस्ती के रिश्ते बहुत अनमोल होता है
दोस्ती न रूप देखता है न रंग देखता है
न तो अमीरी और न ही गरीबी
कृष्ण-सुदामा के दोस्ती तो मिसालें कायम की है
दोस्त भी जिंदगी के हिस्सा होता है
दोस्त तो दोस्त होता है दोस्ती बेमिसाल होता है।
❤️✍️वन्दना ✍️❤️
#poem #pottery #FriendshipDay #friendlyᥫᩣシ #post #vandana ❤️✍️
कल फ्रेंडशिप-डे है 🥰 यूट्यूब के सभी दोस्तों को मेरे तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं ❤️ दोस्ती हमेशा आप सभी के साथ बरकरार रहें 🤗🥰💫
1 month ago (edited) | [YT] | 20
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Vandana Kumari
कविता :- आंखें ❤️✍️👀
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
बिना कुछ शब्द कहें सब बयां करती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
हर भावनाओं को अपने में समेटे कर रखतीं हैं
हमें हर बातें अनुभव कराती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
प्यार हो या नाराजगी आंखें जाहिर कर देती है
खुशी के पल में मुस्कुरा उठती हैं
गम में यूं छलक जाती है
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
जज्बातों को बयां कर देती है
अपने अंदर सब दबा लेती हैं
आंखों में सारा जहां बसा लेती है
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
अपने पराए के व्यवहार को भी तार जाती हैं
अपनेपन के एहसास भी दिला देती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
कभी खुशी कभी गम में भी आंसू बहा लेती है
हर तकलीफों को भी हंस के सहन कर लेती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
दिल के जज्बातों को भी समझ लेती हैं
उदास चहरों को भी पढ़ लेती है
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
खुशी के पल भी महसूस कर लेती हैं
मन के भावना को तार कर होठों से बयां करती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है
जाने अनजाने सब को परख लेती हैं
आंखों से हर बात छूपा लेती हैं
अच्छे बुरे हर चीज को आंखों में समा लेती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है !
आंखे कजरारी आंखें सुरमें वालीं आंखें कितने ही उपमाएं
लिए हुए हैं
इस आंखों में समाए हुए हैं इस जहां के लाखों रंगरूप
ये आंखे हर चीज देखती और दिखाती हैं
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है !
बड़ी कमाल के हैं हमारी आंखें
हमें सहना,परखना,देखना,जानना,सीखना,और पढ़ना हर वो बातें सिखाती हैं
जो हमारे जीवन जीने के कला सीखते और दिखाते हैं
अच्छे बुरे हर चीज का अनुभव कराती हैं
सही-गलत के सारे भेद बतातीं है
ये आंखें बहुत कुछ बोलतीं है !!
💖✍️वन्दना ✍️💖
#poem #pottery #Aankhen #post #Vandana ❤️✍️
1 month ago (edited) | [YT] | 19
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Vandana Kumari
मौन ❤️✍️
मौन के नहीं कोई भाषा फिर भी मौन के हैं अपने परिभाषा
कुछ न कह कर भी सब कुछ बयां कर जाता हैं
उम्मीदों के अरमानों में ढलने लग जाता है
मौन के पास कोई आवाज नहीं फिर भी बहुत कुछ सह जाता हैं
चुप है खामोश है निशब्द होकर भी सुनाई देता हैं
हां और ना के द्धंद में मौन छुप कर बैठ जाता है
कुछ कही कुछ अनकही बातों में उलझे रहता है
विश्वास और अविश्वास के उलझनों के फेरों में चुप रहता है
कहने को तो बहुत कुछ पर मुंह से कुछ न कह पाता है
मौन के भी है अभिलाषा जो समझे उलझनों के भाषा वहीं समझ पाएं इस मौन के परिभाषा
बातों से बातें कटे,बातों से बातें उलझे और बातों से बातें भी सुलझे
बातों को न बोलने से बातें भी मौन हो जाता हैं और शब्द भी रूठ जाता हैं
जब चुप बैठे शब्दों के जाल तब शब्दों को भी जंग लग जाए
ऐसी मौन न हो कभी जो उलझाएं रखें दिल और दिमाग के बत्ती
सुलझ जाए जो सारे उलझन तो मौन भी खुलकर बोल पड़े
मौन से मौन हो जाते रिश्ते चाहे कितने ही उसमें प्यार हो
मौन हर जगह काम नहीं आता चुप रहने से बातें बिगड़ भी
जाता है
जहां जरूरत हो उसकी वही करे धारण मौन के
बोलें कुछ भी बोल,बोल है अनमोल नाप-तौल के बोलें बोल
मौन भी बोलें मौन भी सोचें सही वक्त पर सही अभिव्यक्त भी कर दें
कहे जो शब्द वो जुबां छूपा लेता है मौन के ताने-बाने में कहीं गुम हो जाता हैं
इस लिए कुछ तो बोलें मुंह तो खोलें गुमसुम के गलियों से बाहर निकलें
परिस्थितियों के अनुरूप हर पहलू के अलग-अलग हैं
भाषा-परिभाषा
अलग-थलग न बोल करें बोल से ही सुलझे जिंदगी के हर परिभाषा
उलझनों के फेरों से बाहर निकलकर मौन का करे सही उपयोग
नहीं तो उलझ जाएंगे बिन बोलें ही जिंदगी के कई बोल
इसे कहते हैं खामोशियों के चादर तलें ये मौन के अंबोली..!
❤️✍️ वन्दना ✍️❤️
#poem #pottery #post #vandana ❤️✍️
1 month ago | [YT] | 19
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Vandana Kumari
चल जिंदगी..❤️✍️
चल जिंदगी तुम्हें ले चलें वहां
जहां खुशी के बहार हो
ना गम के शुमार हो
जहां ढेर सारे प्यार हो
जिंदगी जीने के जज्बे और हौसले हो
दूर कहीं पहाड़ों पर चढ़ कर
प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते रहे
आंखों को बंद करके सुखद अहसास के सुकून मिलें
चारों तरफ प्राकृतिक सौंदर्य के नजारे हो
जहां हम बस हम हो न कोई गिला-शिकवा हो
न कोई ख्वाहिशें हो न कोई उम्मीदें हो
न जज्बातों के समन्दर में अपने को लपेटे हो
बस सुकून और शांति के अनुभूति हो और हम हो
दुनिया के हर निगाहों से दूर कहीं बहुत दूर चले
अपने में समेटे हुए प्यार को अपने में ही लपेट हुए
सुकून के नींदों के आगोश में समाते चले जाएं
बस एक ऐसा एहसास जो हमें हम से मिला दे
जो हमें हम से ही कह दें चूपके से हौले से बस तुम
और तुम हो यहां और कोई भी नहीं है
जी लो अपनी जिंदगी बिना कोई ताम-झाम के
बिना कोई ईर्ष्या जलन के बिना कोई प्रतिस्पर्धा के
बिना कोई प्रतिक्रिया बिना कोई प्रतिबंध
बिना कोई लोभ,लालच,मोह और छीना-झपटी के
वहां बस सुकून ही सुकून हो प्राकृतिक सौंदर्य के
खूबसूरत एहसासों के महकते चहकते नजारे हो
इस दुनिया के लाग-लपेटों से बहुत-बहुत दूर
ये जिंदगी चल कहीं दूर बहुत दूर निकल चलें
जहां बस हम हो और हम ही हों ...
💖✍️ वन्दना ✍️💖
मुझे लगता है हर किसी को एक बार ऐसी जिंदगी
जीने का मन जरूर करता होगा इस व्यस्तताएं भरें
जिंदगी से कभी दूर निकल कर कुछ पल या समय
अपने आप को दें..❤️😇
1 month ago (edited) | [YT] | 22
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Vandana Kumari
उम्र ❤️✍️
हर उम्र के हैं एक अपनी कहानी चाहे अपनी हो चाहे हो बेगानी !
बचपन से जवानी और जवानी से बुढ़ापे के ओर बढ़ते उम्र के धार
उम्र ही सिखाते है उम्र ही दिखाते हैं !
उम्र के साथ-साथ शरीर बनते चले जाते हैं
बचपन के अल्हड़पन जवानी के सीखें और बुढ़ापे के अनुभव
यही है उम्र के दहलीज
ढल जाता है बचपन,ढल जाती है जवानी बुढ़ापे में बैठकर याद आते हैं सारे कहानी
उम्र इन्तजार नहीं करता है किसी का चाहे खुशी दो या गम !
हर हाल में घिसकते ही जाते है जैसे रेत को मुठ्ठी से फिसलना !
कुछ शरारतें कुछ नादानियां कुछ मतलबों के बातें तो कुछ बेतूकी सी
बातें और यादें !
जो दिल में बसा रहता हैं समय के साथ-साथ शरीर तो कमजोर हो
जाता है !
लेकिन दिल में बसें कुछ खट्टी-मीठी यादें अभी भी जवां रहता है
हर उम्र में अनुभवों का अपना ही बात होता हैं
जिसे कहानियों का रूप देकर बच्चों को हम सब सुनाते हैं
वहीं जोश-खरोश से अपनी आपबीती बतातें है !
दिल के जज्बातों से उम्र के तकलीफें कम करने के कोशिशें करते हैं
शरीर उम्र के साथ-साथ अपना असर दिखाने लगते हैं
चेहरे पर झूरियों के लकीरें पड़ने लगते हैं
लाख जतन कर लो कोई उम्र छूपाने के पर शरीर
पर उम्र का असर आ ही जाता है
उम्र के भी सीमा तय किए है ईश्वर ने
यहां से यहां और यहां से वहां उम्र के कायदे बनाये है
तीन पड़ाव उम्र के निभा कर सबको जाना है
बचपन ,जवानी और बुढ़ापे
खुश रहे या दुखी रहे ये तो हमें ही तय करनी है
जाना तो सबको एक दिन हैं ही फिर क्यों गमों में जिंदगी बितानी है
नियम कायदें बनें है इसलिए के सब अपने-अपने जिंदगी में उलझें रहें सुलझें रहे और व्यस्त और मस्त रहे जिससे आसान हो जाएं जिंदगी बिताना
उम्र के अपनी ही धार है जिसका वेग कभी रुकता नहीं
उम्र तो नादान है उम्र तो पहचान है हर उम्र के
अपने अनुभव ही इस जीवन का सार और संचार है
उम्र कोई भी हो बस दिल जवां रखें
इससे आसानी से उम्र के दहलीज पार कर जाएंगे
शरीर तो बदलता है पर मन तो वहीं रहता है
मन के समझ शरीर पर भी दिखता है
लेकिन दिल हमेशा बच्चा ही रहता है।
💖✍️वन्दना ✍️💖
1 month ago (edited) | [YT] | 28
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Vandana Kumari
प्रथम गुरु माता पिता जो जन्म देकर जीना सिखातें
इस संसार रूपी दुनिया में कर्तव्य पथ पर लें जाते
हमेशा आगे बढ़ने कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं
अपने दायित्वों से कभी मुंह नहीं मोड़ते है
अपने बच्चों के सारे दायित्व निभा कर उसे काबिल बनाते हैं
माता पिता वो गुरु है जो अपने बच्चों को हर कदम पर थामें रखते हैं
कभी विचलित या डगमगाने नहीं देते हैं
उनके ऋणी सदा उनके बच्चे रहते हैं
दूसरे गुरु वो होते हैं जो हमें सींच कर पौधे से पेड़ बनाते हैं
जीवन कैसे जीते हैं और जीवन जीने के साधन बनने योग्य बनाते हैं
गुरु के ज्ञान के बिना अंधकारमय जीवन के भविष्य होता है
गुरु ज्ञान से जीवन के अंधेरे दूर करते हैं
जिंदगी जीने तरक्की करने जीवन को सही दिशा निर्देश देते हैं
गुरू के संरक्षण में जिंदगी उज्वल भविष्य का निर्माण करता है
ज्ञान और उनके विचारों से हम अवगत होकर अपना
भविष्य संवारते हैं गुरु जिंदगी में वो अहम भूमिका निभाते हैं
जिससे बच्चों का शारीरिक मानसिक भावनात्मक आध्यात्मिक
और आर्थिक विकास का निर्माण हो और बच्चों का भविष्य उज्जवल हो हमारे जीवन में खुशियां भरने वाले सभी गुरुजनों और माता-पिता को चरण वंदन करते हैं।
गुरु पूर्णिमा की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं ❤️ 🙏
💖✍️ वन्दना ✍️💖
1 month ago (edited) | [YT] | 25
View 19 replies
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