उम्र ❤️✍️ हर उम्र के हैं एक अपनी कहानी चाहे अपनी हो चाहे हो बेगानी ! बचपन से जवानी और जवानी से बुढ़ापे के ओर बढ़ते उम्र के धार उम्र ही सिखाते है उम्र ही दिखाते हैं ! उम्र के साथ-साथ शरीर बनते चले जाते हैं बचपन के अल्हड़पन जवानी के सीखें और बुढ़ापे के अनुभव यही है उम्र के दहलीज
ढल जाता है बचपन,ढल जाती है जवानी बुढ़ापे में बैठकर याद आते हैं सारे कहानी उम्र इन्तजार नहीं करता है किसी का चाहे खुशी दो या गम ! हर हाल में घिसकते ही जाते है जैसे रेत को मुठ्ठी से फिसलना ! कुछ शरारतें कुछ नादानियां कुछ मतलबों के बातें तो कुछ बेतूकी सी बातें और यादें ! जो दिल में बसा रहता हैं समय के साथ-साथ शरीर तो कमजोर हो जाता है ! लेकिन दिल में बसें कुछ खट्टी-मीठी यादें अभी भी जवां रहता है
हर उम्र में अनुभवों का अपना ही बात होता हैं जिसे कहानियों का रूप देकर बच्चों को हम सब सुनाते हैं वहीं जोश-खरोश से अपनी आपबीती बतातें है ! दिल के जज्बातों से उम्र के तकलीफें कम करने के कोशिशें करते हैं शरीर उम्र के साथ-साथ अपना असर दिखाने लगते हैं चेहरे पर झूरियों के लकीरें पड़ने लगते हैं लाख जतन कर लो कोई उम्र छूपाने के पर शरीर पर उम्र का असर आ ही जाता है
उम्र के भी सीमा तय किए है ईश्वर ने यहां से यहां और यहां से वहां उम्र के कायदे बनाये है तीन पड़ाव उम्र के निभा कर सबको जाना है बचपन ,जवानी और बुढ़ापे खुश रहे या दुखी रहे ये तो हमें ही तय करनी है जाना तो सबको एक दिन हैं ही फिर क्यों गमों में जिंदगी बितानी है नियम कायदें बनें है इसलिए के सब अपने-अपने जिंदगी में उलझें रहें सुलझें रहे और व्यस्त और मस्त रहे जिससे आसान हो जाएं जिंदगी बिताना
उम्र के अपनी ही धार है जिसका वेग कभी रुकता नहीं उम्र तो नादान है उम्र तो पहचान है हर उम्र के अपने अनुभव ही इस जीवन का सार और संचार है उम्र कोई भी हो बस दिल जवां रखें इससे आसानी से उम्र के दहलीज पार कर जाएंगे शरीर तो बदलता है पर मन तो वहीं रहता है मन के समझ शरीर पर भी दिखता है लेकिन दिल हमेशा बच्चा ही रहता है। 💖✍️वन्दना ✍️💖
Vandana Kumari
उम्र ❤️✍️
हर उम्र के हैं एक अपनी कहानी चाहे अपनी हो चाहे हो बेगानी !
बचपन से जवानी और जवानी से बुढ़ापे के ओर बढ़ते उम्र के धार
उम्र ही सिखाते है उम्र ही दिखाते हैं !
उम्र के साथ-साथ शरीर बनते चले जाते हैं
बचपन के अल्हड़पन जवानी के सीखें और बुढ़ापे के अनुभव
यही है उम्र के दहलीज
ढल जाता है बचपन,ढल जाती है जवानी बुढ़ापे में बैठकर याद आते हैं सारे कहानी
उम्र इन्तजार नहीं करता है किसी का चाहे खुशी दो या गम !
हर हाल में घिसकते ही जाते है जैसे रेत को मुठ्ठी से फिसलना !
कुछ शरारतें कुछ नादानियां कुछ मतलबों के बातें तो कुछ बेतूकी सी
बातें और यादें !
जो दिल में बसा रहता हैं समय के साथ-साथ शरीर तो कमजोर हो
जाता है !
लेकिन दिल में बसें कुछ खट्टी-मीठी यादें अभी भी जवां रहता है
हर उम्र में अनुभवों का अपना ही बात होता हैं
जिसे कहानियों का रूप देकर बच्चों को हम सब सुनाते हैं
वहीं जोश-खरोश से अपनी आपबीती बतातें है !
दिल के जज्बातों से उम्र के तकलीफें कम करने के कोशिशें करते हैं
शरीर उम्र के साथ-साथ अपना असर दिखाने लगते हैं
चेहरे पर झूरियों के लकीरें पड़ने लगते हैं
लाख जतन कर लो कोई उम्र छूपाने के पर शरीर
पर उम्र का असर आ ही जाता है
उम्र के भी सीमा तय किए है ईश्वर ने
यहां से यहां और यहां से वहां उम्र के कायदे बनाये है
तीन पड़ाव उम्र के निभा कर सबको जाना है
बचपन ,जवानी और बुढ़ापे
खुश रहे या दुखी रहे ये तो हमें ही तय करनी है
जाना तो सबको एक दिन हैं ही फिर क्यों गमों में जिंदगी बितानी है
नियम कायदें बनें है इसलिए के सब अपने-अपने जिंदगी में उलझें रहें सुलझें रहे और व्यस्त और मस्त रहे जिससे आसान हो जाएं जिंदगी बिताना
उम्र के अपनी ही धार है जिसका वेग कभी रुकता नहीं
उम्र तो नादान है उम्र तो पहचान है हर उम्र के
अपने अनुभव ही इस जीवन का सार और संचार है
उम्र कोई भी हो बस दिल जवां रखें
इससे आसानी से उम्र के दहलीज पार कर जाएंगे
शरीर तो बदलता है पर मन तो वहीं रहता है
मन के समझ शरीर पर भी दिखता है
लेकिन दिल हमेशा बच्चा ही रहता है।
💖✍️वन्दना ✍️💖
1 month ago (edited) | [YT] | 28