To Qur'an kansa zabardasti kar Raha hai tumhare saath.दीन के मामले में कोई ज़बरदस्ती नहीं, हिदायत अलग हो चुकी है गुमराही से"(2:256) 29) और कहदो यह हक है तुम्हारे पालनहार की ओर से, अतः जो व्यक्ति चाहे इसे माने और जो व्यक्ति चाहे इसे न माने। हमने जालिमों के लिए ऐसी आग तैयार कर रखी है जिसकी लपटें उनको अपने घेरे में ले लेंगी। और यदि वह पानी के लिए याचना करेंगे तो उनकी याचना ऐसे पानी से पूरी की जायेगी जो तेल की तलछट की तरहा होगा। वह चेहरों को भून डालेगा। क्या बुरा पानी होगा और कैसा बुरा ठिकाना।(30) निस्सन्देह जो लोग ईमान लाये और उन्होंने अच्छे कर्म किये तो हम ऐसे लोगों का बदला नष्ट नहीं करेंगे। (31) जो अच्छे कर्म करें, उनके लिए हमेशा रहने वाले बाग़ हैं जिनके नीचे नहरें बहती होंगी, वहाँ उनको सोने के कंगन पहनाये जायेंगे। और वह महीन और गफ़ रेशम के हरे कपड़े पहनेंगे, तख्तों पर टेक लगाये हुए। क्या अच्छा बदला है और कैसा अच्छा ठिकाना।(सुरा कहफ)
मुताह, या निकाह मुताह, शिया इस्लाम में एक अस्थायी विवाह है जो एक निश्चित अवधि के बाद समाप्त होता है। [1] यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कई शिया विद्वानों सहित अधिकांश विद्वानों के अनुसार यह इस्लाम में पूरी तरह से अस्वीकार्य है। जबकि सुन्नी इस्लाम में, जो दुनिया भर में मुसलमानों के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, मुताह की प्रथा सख्त वर्जित है और हराम है। एक मुताह विवाह का उपयोग किया जाता है ताकि आप एक संभावित जीवनसाथी से बात कर सकें या स्थायी विवाह से पहले बाहर घूम सकें। और में सुन्नी मुसलमान हूं अब आप बताओ किया करूं इस टॉपिक पर बात करके और रही इन देश भक्तों की बात तो देश में होमोसेक्सुअल कानून पास है लिव इन रिलेशनशिप कानून पास है उससे प्रोब्लम नही तो कुछ ही लोग है शिया में सभी शिया नही जो इस चीज को फॉलो करते है तो उनको इससे किया प्रोब्लम है और रही चैलेंज की बात तो 5 मिनट उनके 5 मिनट मेरे बात कर लें मुझे से टाइम फिक्स होना चाहिए थोड़ा मुझे भी तो पता चले की एक्स मुस्लिम समाज में शादी कैसे होती है मुझे भी मौका मिलना चाहिए की एक्स मुस्लिम समाज में शादी कैसे होती है जाओ पूछो उनको बस इतनी सी शर्त है मेरी कभी हमको भी तो मोका मिलना चाहिए सवाल करने का या हम ही जवाब देते रहे
Ansar ki autein to aurtein masha Allah bacche bhi subhan Allah❤🙏 ❤हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ़ रज़ियल्लाहु अन्हु बदर के मैदान में खड़े थे। उनके दाएं और बाएं तरफ़ अन्सार के दो बच्चे थे। उन्हें ख्याल हुआ अगर मैं कवी और मज़बूत लोगों के दर्मियान होता तो ज़रूरत के वक्त हम एक दूसरे की मदद कर सकते थे। इतने में एक बच्चा उनके पास आया और हाथ पकड़कर कहने लगा चचा जान आप अबूजहल को पहचानते हैं? उन्होंने कहा हाँ मगर तुम्हारा क्या मक़सद है? वह कहने लगा मुझे मालूम हुआ है कि वह नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शाने मुबारक में गालियाँ बकता है। उस ज़ात की कसम जिसके कब्जे में मेरी जान है अगर मैं उसको देख लूँ तो उस वक़्त मैं उससे जुदा न हूँ यहाँ तक कि वह मर जाए या मैं मर जाऊँ। हज़रत अब्दुर्रहमान बड़े हैरान हुए। इतने में दूसरे बच्चे ने सवाल व जवाब दोहराए। इतने में अबू जहल नज़र अा गया उन्होंने का तुम्हारा मत्लूब सामने है दोनों बच्चे दौड़ते हुए गए। एक ने घोड़े की टांग पर वार किया जिस से घोड़ा गिर गया।और अबूजहल भी गिर पड़ा अबूजहल पर कारी चोट लगाई। बच्चे इतने छोटे थे कि तलवार बड़ी थी और उनका कद छोटा था। चुनाँचे एक सहाबी ने आगे बढ़कर अबूजहल को उसके ठिकाने तक पहुँचा दिया यानी कत्ल कर दिया। इस वाकिए से बच्चों की इज़्ज़ते ईमान और इश्के नबवी का कितना साफ़ सबूत मिलता है। (बुखारी) (किताब:अहले दिल के तड़पा देने वाले वाकिआत)
Munkire hadees hai ye.Lele bhai jitne maze lena hai Allah sabr ata farmaye.❤🙏. Inho ne bhi Allah ki yaad bhuladi Ye wahi log hai jinhone deen ko khel aur tamasha bana rakkha hai social media par.Allah hi fazat farmaye aise fitno se.(खुदा फरमायेगा)मेरे बंदो में से एक गिरोह था जो दुआ किया करता था हमारे परवरदिगार हम ईमान लाए तो तू हमको बख्श दे और हम पर रहम कर और तू सबसे बेहतर रहम करने वाला है तो तुम उनसे मजाक करते रहे यहां तक कि उनके पीछे मेरी याद भी भूल गए और तुम हमेशा उनसे हंसी ही किया करते थे आज मैंने उनको उनके सब्र का बदला दिया और वे कामयाब हो गए खुदा पूछेगा कि तुम जमीन में कितने साल रहे वह कहेंगे एक दिन या इस्से भी कम गिनती करने वालों से पूछ लो,खुदा फरमायेगा की वहाँ तुम बहुत ही कम रहे काश तुम जानते होते।(सूर मुआमिनुन:109 से 114)और जिन लोगों ने अपने दीन को खेल और तमाशा बना रखा है और दुनिया की ज़िन्दगी ने उन को धोके में डाल रखा है ऐसे लोगों को छोड़ो और क़ुरान के ज़रिए से उनको नसीहत करते रहो (ऐसा न हो कि कोई) शख़्श अपने करतूत की बदौलत मुब्तिलाए बला हो जाए (क्योंकि उस वक्त) तो ख़ुदा के सिवा उसका न कोई सरपरस्त होगा न सिफारिशी और अगर वह अपने गुनाह के बदले सारे (जहाँन का) बदला भी दे तो भी उनमें से एक न लिया जाएगा जो लोग अपनी करनी की बदौलत मुब्तिलाए बला हुए है उनको पीने के लिए खौलता हुआ गर्म पानी (मिलेगा) और (उन पर) दर्दनाक अज़ाब होगा क्योंकर वह कुफ़्र किया करते थे अल-अनआम (الانعام), वर्सेज: ६९
कुरान (75:2)क्या इन्सान ये ख्याल करता है की हम उस की बिखरी हुई हडि्डयाँ जमा नही करेंगे?जरूर करेंगे ओर हम ईस बात पर कुदरत रखते है कि उस के पोर पोर दुरूसत कर दें। (36-76)क्या इन्सान ने नही देखा कि हम ने उस को नुतफे से पैदा किया फिर वह तड़ाक -फड़ाक झगड़ने लगा ओर हमारे बारे मे मिसाले बयान करने लगा ओर अपनी पैदाईश को भुल गया,कहने लगा जब हडि्डयां सड़-गल जाएंगी तो इन को कोन जिंदा करेगा?कह दो कि उन को वह जिंदा करेगा जिस ने उन को पहली बार पैदा किया ओर वह सब किसम का पैदा करना जनता है।भला जिस ने आसमान ओर जमीन को पैदा किया क्या वह इस पर कुदरत नही रखता उन को फिर वैसै ही पैदा करदे।क्यों नही वह तो बड़ा पैदा करने वाला ओर ईल्म वाला है।उस की शान ये है वह जब किसी चिज का ईरादा करता है तो उस से कह देता है होजा तो वह हो जाता है।वह जात पाक है जिस के हाथ मे हर चिज की बादशाही है ओर उस ही की तरफ तुम को लोट कर जाना है।
Quran har sawal ka jawab
अबूजर भाई ने तो बाबा जी की रेल बना रक्खा है।
2 years ago | [YT] | 0
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Quran har sawal ka jawab
To Qur'an kansa zabardasti kar Raha hai tumhare saath.दीन के मामले में कोई ज़बरदस्ती नहीं, हिदायत अलग हो चुकी है गुमराही से"(2:256)
29) और कहदो यह हक है तुम्हारे पालनहार की ओर से, अतः जो व्यक्ति चाहे इसे माने और जो व्यक्ति चाहे इसे न माने। हमने जालिमों के लिए ऐसी आग तैयार कर रखी है जिसकी लपटें उनको अपने घेरे में ले लेंगी। और यदि वह पानी के लिए याचना करेंगे तो उनकी याचना ऐसे पानी से पूरी की जायेगी जो तेल की तलछट की तरहा होगा। वह चेहरों को भून डालेगा। क्या बुरा पानी होगा और कैसा बुरा ठिकाना।(30) निस्सन्देह जो लोग ईमान लाये और उन्होंने अच्छे कर्म किये तो हम ऐसे लोगों का बदला नष्ट नहीं करेंगे। (31) जो अच्छे कर्म करें, उनके लिए हमेशा रहने वाले बाग़ हैं जिनके नीचे नहरें बहती होंगी, वहाँ उनको सोने के कंगन पहनाये जायेंगे। और वह महीन और गफ़ रेशम के हरे कपड़े पहनेंगे, तख्तों पर टेक लगाये हुए। क्या अच्छा बदला है और कैसा अच्छा ठिकाना।(सुरा कहफ)
2 years ago | [YT] | 4
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Quran har sawal ka jawab
मुताह, या निकाह मुताह, शिया इस्लाम में एक अस्थायी विवाह है जो एक निश्चित अवधि के बाद समाप्त होता है। [1] यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कई शिया विद्वानों सहित अधिकांश विद्वानों के अनुसार यह इस्लाम में पूरी तरह से अस्वीकार्य है। जबकि सुन्नी इस्लाम में, जो दुनिया भर में मुसलमानों के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, मुताह की प्रथा सख्त वर्जित है और हराम है। एक मुताह विवाह का उपयोग किया जाता है ताकि आप एक संभावित जीवनसाथी से बात कर सकें या स्थायी विवाह से पहले बाहर घूम सकें।
और में सुन्नी मुसलमान हूं अब आप बताओ किया करूं इस टॉपिक पर बात करके और रही इन देश भक्तों की बात तो देश में होमोसेक्सुअल कानून पास है लिव इन रिलेशनशिप कानून पास है उससे प्रोब्लम नही तो कुछ ही लोग है शिया में सभी शिया नही जो इस चीज को फॉलो करते है तो उनको इससे किया प्रोब्लम है और रही चैलेंज की बात तो 5 मिनट उनके 5 मिनट मेरे बात कर लें मुझे से टाइम फिक्स होना चाहिए थोड़ा मुझे भी तो पता चले की एक्स मुस्लिम समाज में शादी कैसे होती है मुझे भी मौका मिलना चाहिए की एक्स मुस्लिम समाज में शादी कैसे होती है
जाओ पूछो उनको बस इतनी सी शर्त है मेरी कभी हमको भी तो मोका मिलना चाहिए सवाल करने का या हम ही जवाब देते रहे
2 years ago | [YT] | 10
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2 years ago | [YT] | 17
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Ansar ki autein to aurtein masha Allah bacche bhi subhan Allah❤🙏
❤हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ़ रज़ियल्लाहु अन्हु बदर के मैदान
में खड़े थे। उनके दाएं और बाएं तरफ़ अन्सार के दो बच्चे थे। उन्हें
ख्याल हुआ अगर मैं कवी और मज़बूत लोगों के दर्मियान होता तो
ज़रूरत के वक्त हम एक दूसरे की मदद कर सकते थे। इतने में एक
बच्चा उनके पास आया और हाथ पकड़कर कहने लगा चचा जान
आप अबूजहल को पहचानते हैं? उन्होंने कहा हाँ मगर तुम्हारा क्या
मक़सद है? वह कहने लगा मुझे मालूम हुआ है कि वह नबी अकरम
सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शाने मुबारक में गालियाँ बकता है।
उस ज़ात की कसम जिसके कब्जे में मेरी जान है अगर मैं उसको देख
लूँ तो उस वक़्त मैं उससे जुदा न हूँ यहाँ तक कि वह मर जाए या मैं
मर जाऊँ। हज़रत अब्दुर्रहमान बड़े हैरान हुए। इतने में दूसरे बच्चे ने
सवाल व जवाब दोहराए। इतने में अबू जहल नज़र अा गया उन्होंने का तुम्हारा मत्लूब सामने है
दोनों बच्चे दौड़ते हुए गए। एक ने घोड़े की टांग पर वार किया
जिस से घोड़ा गिर गया।और अबूजहल भी गिर पड़ा
अबूजहल पर कारी चोट लगाई। बच्चे इतने छोटे थे कि तलवार बड़ी
थी और उनका कद छोटा था। चुनाँचे एक सहाबी ने आगे बढ़कर
अबूजहल को उसके ठिकाने तक पहुँचा दिया यानी कत्ल कर दिया।
इस वाकिए से बच्चों की इज़्ज़ते ईमान और इश्के नबवी का कितना
साफ़ सबूत मिलता है।
(बुखारी)
(किताब:अहले दिल के तड़पा देने वाले वाकिआत)
2 years ago | [YT] | 4
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Munkire hadees hai ye.Lele bhai jitne maze lena hai Allah sabr ata farmaye.❤🙏.
Inho ne bhi Allah ki yaad bhuladi Ye wahi log hai jinhone deen ko khel aur tamasha bana rakkha hai social media par.Allah hi fazat farmaye aise fitno se.(खुदा फरमायेगा)मेरे बंदो में से एक गिरोह था जो दुआ किया करता था हमारे परवरदिगार हम ईमान लाए तो तू हमको बख्श दे और हम पर रहम कर और तू सबसे बेहतर रहम करने वाला है तो तुम उनसे मजाक करते रहे यहां तक कि उनके पीछे मेरी याद भी भूल गए और तुम हमेशा उनसे हंसी ही किया करते थे आज मैंने उनको उनके सब्र का बदला दिया और वे कामयाब हो गए खुदा पूछेगा कि तुम जमीन में कितने साल रहे वह कहेंगे एक दिन या इस्से भी कम गिनती करने वालों से पूछ लो,खुदा फरमायेगा की वहाँ तुम बहुत ही कम रहे काश तुम जानते होते।(सूर मुआमिनुन:109 से 114)और जिन लोगों ने अपने दीन को खेल और तमाशा बना रखा है और दुनिया की ज़िन्दगी ने उन को धोके में डाल रखा है ऐसे लोगों को छोड़ो और क़ुरान के ज़रिए से उनको नसीहत करते रहो (ऐसा न हो कि कोई) शख़्श अपने करतूत की बदौलत मुब्तिलाए बला हो जाए (क्योंकि उस वक्त) तो ख़ुदा के सिवा उसका न कोई सरपरस्त होगा न सिफारिशी और अगर वह अपने गुनाह के बदले सारे (जहाँन का) बदला भी दे तो भी उनमें से एक न लिया जाएगा जो लोग अपनी करनी की बदौलत मुब्तिलाए बला हुए है उनको पीने के लिए खौलता हुआ गर्म पानी (मिलेगा) और (उन पर) दर्दनाक अज़ाब होगा क्योंकर वह कुफ़्र किया करते थे
अल-अनआम (الانعام), वर्सेज: ६९
2 years ago (edited) | [YT] | 5
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कुरान
(75:2)क्या इन्सान ये ख्याल करता है की हम उस की बिखरी हुई हडि्डयाँ जमा नही करेंगे?जरूर करेंगे ओर हम ईस बात पर कुदरत रखते है कि उस के पोर पोर दुरूसत कर दें।
(36-76)क्या इन्सान ने नही देखा कि हम ने उस को नुतफे से पैदा किया फिर वह तड़ाक -फड़ाक झगड़ने लगा ओर हमारे बारे मे मिसाले बयान करने लगा ओर अपनी पैदाईश को भुल गया,कहने लगा जब हडि्डयां सड़-गल जाएंगी तो इन को कोन जिंदा करेगा?कह दो कि उन को वह जिंदा करेगा जिस ने उन को पहली बार पैदा किया ओर वह सब किसम का पैदा करना जनता है।भला जिस ने आसमान ओर जमीन को पैदा किया क्या वह इस पर कुदरत नही रखता उन को फिर वैसै ही पैदा करदे।क्यों नही वह तो बड़ा पैदा करने वाला ओर ईल्म वाला है।उस की शान ये है वह जब किसी चिज का ईरादा करता है तो उस से कह देता है होजा तो वह हो जाता है।वह जात पाक है जिस के हाथ मे हर चिज की बादशाही है ओर उस ही की तरफ तुम को लोट कर जाना है।
2 years ago | [YT] | 6
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Quran har sawal ka jawab
2 years ago | [YT] | 3
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2 years ago | [YT] | 3
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2 years ago | [YT] | 4
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