हरि: शरणम्

[हरि: शरणम्]
।। ना चिंता हो, ना भय हो, सर्वेश्वर नारायण की जय हो।।
और हमारे चैनल पे आप सब को आध्यात्म ज्ञान और सत्संग का लाभ मिलेगा आप सब आध्यात्म से जुड़े और अपने जीवन को कृतार्थ करे ईश्वर कृपा प्राप्त करे और सतमार्ग की और आगे बढ़े कलयुग केवल नाम अधारा सुमिर सुमिर नर उतरही पारा ।
अर्थात इस कलयुग में भगवान का नाम ही कल्याणकारी और मंगलकारी है ।
आप सब भगवान से जुड़े रहे उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते रहें यही हमारी विनती है हम सबका एक ही उद्देश्य है भगवत प्राप्तियह मानव दे हम लोगों को भगवत प्राप्ति के लिए मिला है और अपना कर्तव्य करते हुए हमें भगवत प्राप्ति की ओर आगे बढ़ना है।
भगवान हमारे माता-पिता है सबका मालिक एक नारायण हरि हर चिंता ना
कर।
प्रभु के नाम मे बहुत सामर्थ है वह जो चाहे वह कर सकते हैं इसलिए प्रभु के आश्रित हो जाए हम सभी भक्तों को प्रभु के आश्रित हो जाना चाहिए।
वही हमारा मंगल है इस संसार में कुछ मंगल नहीं है भगवत धाम ही हमारा मंगल है वही हमारा घर है प्रभु मिलन ही हमारा उद्देश्य है जन्म जन्मांतर के बंधन से मुक्ति हैं केवल नाम जप