आज की पहली हाज़री वृन्दावन के तीनो प्रिय ठाकुरो के श्रृंगार दर्शन के साथ, वृन्दावन बिहारी लाल की जय राधारमण लाल की जय , राधावल्लभ लाल की जय 🙏🌹हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे🌹🙏
🙏🕉️ऋषिकेश उत्तराखंड का एक प्रमुख आध्यात्मिक, योग और साहसिक पर्यटन स्थल है, जिसे “योग नगरी” और “गंगा द्वार” के नाम से भी जाना जाता है। यह पवित्र नगर गंगा नदी के तट पर हिमालय की तलहटी में स्थित है, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शांति का अनोखा संगम देखने को मिलता है। रिषिकेश के प्रमुख आकर्षणों में लक्ष्मण झूला, राम झूला, त्रिवेणी घाट, परमार्थ निकेतन और बीटल्स आश्रम प्रमुख हैं।
यहाँ प्रतिदिन होने वाली गंगा आरती, आश्रमों में योग-ध्यान, और आसपास की पहाड़ियों से दिखने वाले मनोहारी दृश्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। साथ ही, रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसी साहसिक गतिविधियाँ रिषिकेश को आध्यात्म और रोमांच—दोनों का केंद्र बनाती हैं। यही कारण है कि रिषिकेश न केवल तीर्थयात्रियों बल्कि देश-विदेश से आने वाले साधकों और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी विशेष महत्व रखता है।🕉️🙏
🙏🌼 लक्ष्मी पति नारायण ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः🌼🙏बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जनपद में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है और चार धामों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थों में गिना जाता है। यह धाम भगवान श्री बद्रीनारायण (विष्णु) को समर्पित है और हिमालय की गोद में नीलकंठ पर्वत की छाया में विराजमान है। मान्यता है कि यहा दर्शन से जन्म-जन्मांतर के कष्ट नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यात्रा का प्रारंभ प्रायः ऋषिकेश से होता है, जहाँ से देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग और नंदप्रयाग जैसे पंच प्रयाग मार्ग में पड़ते हैं। इन संगम स्थलों पर अलकनंदा अपने सहायक नदियों से मिलती हुई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करती है। अंतिम पड़ाव जोशीमठ के बाद बद्रीनाथ धाम पहुँचते हैं।धाम परिसर में स्थित तप्त कुंड का विशेष महत्व है, जहाँ श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश से पूर्व स्नान करते हैं। मंदिर के समीप नारद कुंड और निकट ही भारत का अंतिम गाँव माणा स्थित है, जो अपनी पौराणिक कथाओं और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। बद्रीनाथ यात्रा केवल तीर्थाटन नहीं, बल्कि आस्था, तप और हिमालय की दिव्यता से जुड़ा एक अलौकिक अनुभव है—जहाँ हर श्वास में भक्ति और हर दृश्य में ईश्वर का सान्निध्य अनुभव होता है। 🙏
🙏🪔केदारनाथ शीतकालीन यात्रा वह पावन परंपरा है🕉️👏 जिसमें शीत ऋतु के दौरान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली को विधिपूर्वक ओंकारेश्वर मंदिर (उखीमठ) ले जाया जाता है। शीतकाल में भगवान केदारनाथ की नियमित पूजा-अर्चना यहीं सम्पन्न होती है। ✨ यात्रा का धार्मिक महत्व मान्यता है कि भारी हिमपात के कारण जब केदारनाथ धाम में पूजा संभव नहीं रहती, तब भगवान स्वयं उखीमठ में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते हैं। इसलिए शीतकाल में उखीमठ का ओंकारेश्वर मंदिर केदारनाथ का शीतकालीन निवास माना जाता है। 🛕 यात्रा की परंपरा कपाट बंद होने के पश्चात डोली यात्रा के माध्यम से केदारनाथ की चल-विग्रह मूर्ति उखीमठ लाई जाती है। इस यात्रा में वेद-मंत्र, ढोल-नगाड़े और भक्ति-भाव के साथ कई गाँव सहभागी बनते हैं। पूरी सर्दी में केदारनाथ की पूजा यहीं होती है। ❄️ शीतकालीन दर्शन का अनुभव चारों ओर बर्फ से ढके हिमालय, शांत वातावरण और आध्यात्मिक ऊर्जा भीड़ कम होने से शांत और गहन भक्ति का अवसर साधकों और श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुभव
केदारनाथ शीतकालीन यात्रा केवल एक स्थानांतरण नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और सनातन संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। जो भक्त शीतकाल में केदारनाथ का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, उनके लिए उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर अत्यंत पवित्र और महत्त्वपूर्ण स्थल है।
बुरे वक्त का बस एक ही फायदा होता है,वो लोग आपकी जिंदगी से अपने आप निकल जाते हैं,जो आप को कभी पसंद ही नंही करते नमः पार्वती पतेय हर हर महादेव 🕉️🌿❤️💫🙌🔱🔱⚜️🌞🌟👏
साल 2026 में होंगे 13 महीने! 30 नहीं 60 दिन का होगा यह महीना, जानें कैसे
साल 2026 में हिंदू पंचांग के अनुसार दो ज्येष्ठ महीने आएंगे, जिससे वर्ष 13 महीनों का होगा. इसे अधिकमास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है, जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है. यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है और पूजा-पाठ, दान, जप-तप के लिए शुभ माना जाता है.
महाकाल (भगवान शिव का एक रूप) की उपासना से मिलने वाले फल बहुत व्यापक और कल्याणकारी माने जाते हैं। महाकाल को काल के अधिपति (समय और मृत्यु को नियंत्रित करने वाले) के रूप में पूजा जाता है। उनकी उपासना के प्रमुख फल इस प्रकार हैं: महाकाल की उपासना के मुख्य फल अकाल मृत्यु से रक्षा और भय मुक्ति: महाकाल का नाम ही 'समय के महान देवता' है, और उनकी पूजा करने वाले भक्तों को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता। यह सबसे महत्वपूर्ण फल माना जाता है। वे भक्तों को हर तरह के डर और भय से मुक्त करते हैं। मोक्ष की प्राप्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान महाकाल के दर्शन और उपासना से प्राणी जन्म और मृत्यु के चक्र से छूटकर मोक्ष प्राप्त करता है। स्वास्थ्य लाभ और रोग मुक्ति: महाकाल की आराधना से रोगों से राहत मिलती है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। विशेष रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जप स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए किया जाता है। शांति और मानसिक संतुलन: भगवान शिव को ध्यान का देवता (आदि योगी) भी कहा जाता है। उनकी उपासना से मानसिक शांति, चिंता और तनाव से मुक्ति मिलती है। सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ: महाकाल अपने भक्तों पर दयालु होते हैं और उनकी कृपा से सुख-समृद्धि तथा धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है। ग्रह दोषों से मुक्ति: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाकाल की पूजा शनि, राहु, और केतु जैसे क्रूर ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने में सहायक होती है। सफलता और जीवन में स्थिरता: महाकाल की कृपा से जीवन के हर क्षेत्र में बाधाएँ दूर होती हैं और कार्य में सफलता मिलती है। संक्षेप में, महाकाल की उपासना न केवल आध्यात्मिक उन्नति (कर्मों का शुद्धिकरण, मोक्ष) प्रदान करती है, बल्कि सांसारिक जीवन में आने वाली हर तरह की परेशानियों, भय, रोग और दुख से भी रक्षा करती है। उनकी पूजा से भक्त निर्भय, शांत और सफल जीवन जीते हैं🕉️🙌 ॐनमःशिवाय🕉️🙌
माँ आ रही हैं दुख हरने पर्वत से उतरकर, माँ आ रही हैं, सारी सृष्टि में खुशियाँ छा रही हैं। सजा लो द्वारे, बिछा दो पलकें, वो अपने भक्तों की पीड़ा मिटा रही हैं। नवरात्रि का पावन ये त्योहार है, हर घर में जय माता दी की पुकार है। वो दुर्गा हैं, वो काली हैं, चंडी हैं, हर संकट को हरने को तैयार हैं। अपने आंचल में हमें छुपाकर, सारे दुख और दर्द ले जाएँगी। भर देंगी झोली प्रेम और वरदान से, 🌹🌹वो जगदम्बा सबकी नैया पार लगाएंगी🌹🌹 🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌
Santoshi Rajput 21
आज की पहली हाज़री वृन्दावन के तीनो प्रिय ठाकुरो के श्रृंगार दर्शन के साथ, वृन्दावन बिहारी लाल की जय
राधारमण लाल की जय , राधावल्लभ लाल की जय
🙏🌹हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे🌹🙏
10 hours ago | [YT] | 1
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Santoshi Rajput 21
🙏🕉️ऋषिकेश उत्तराखंड का एक प्रमुख आध्यात्मिक, योग और साहसिक पर्यटन स्थल है, जिसे “योग नगरी” और “गंगा द्वार” के नाम से भी जाना जाता है। यह पवित्र नगर गंगा नदी के तट पर हिमालय की तलहटी में स्थित है, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक शांति का अनोखा संगम देखने को मिलता है। रिषिकेश के प्रमुख आकर्षणों में लक्ष्मण झूला, राम झूला, त्रिवेणी घाट, परमार्थ निकेतन और बीटल्स आश्रम प्रमुख हैं।
यहाँ प्रतिदिन होने वाली गंगा आरती, आश्रमों में योग-ध्यान, और आसपास की पहाड़ियों से दिखने वाले मनोहारी दृश्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। साथ ही, रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसी साहसिक गतिविधियाँ रिषिकेश को आध्यात्म और रोमांच—दोनों का केंद्र बनाती हैं। यही कारण है कि रिषिकेश न केवल तीर्थयात्रियों बल्कि देश-विदेश से आने वाले साधकों और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी विशेष महत्व रखता है।🕉️🙏
1 day ago | [YT] | 1
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Santoshi Rajput 21
🙏🌼 लक्ष्मी पति नारायण ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः🌼🙏बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जनपद में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है और चार धामों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थों में गिना जाता है। यह धाम भगवान श्री बद्रीनारायण (विष्णु) को समर्पित है और हिमालय की गोद में नीलकंठ पर्वत की छाया में विराजमान है। मान्यता है कि यहा दर्शन से जन्म-जन्मांतर के कष्ट नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
यात्रा का प्रारंभ प्रायः ऋषिकेश से होता है, जहाँ से देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग और नंदप्रयाग जैसे पंच प्रयाग मार्ग में पड़ते हैं। इन संगम स्थलों पर अलकनंदा अपने सहायक नदियों से मिलती हुई आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करती है। अंतिम पड़ाव जोशीमठ के बाद बद्रीनाथ धाम पहुँचते हैं।धाम परिसर में स्थित तप्त कुंड का विशेष महत्व है, जहाँ श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश से पूर्व स्नान करते हैं। मंदिर के समीप नारद कुंड और निकट ही भारत का अंतिम गाँव माणा स्थित है, जो अपनी पौराणिक कथाओं और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
बद्रीनाथ यात्रा केवल तीर्थाटन नहीं, बल्कि आस्था, तप और हिमालय की दिव्यता से जुड़ा एक अलौकिक अनुभव है—जहाँ हर श्वास में भक्ति और हर दृश्य में ईश्वर का सान्निध्य अनुभव होता है। 🙏
3 days ago | [YT] | 5
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Santoshi Rajput 21
🙏🪔केदारनाथ शीतकालीन यात्रा वह पावन परंपरा है🕉️👏 जिसमें शीत ऋतु के दौरान केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली को विधिपूर्वक ओंकारेश्वर मंदिर (उखीमठ) ले जाया जाता है। शीतकाल में भगवान केदारनाथ की नियमित पूजा-अर्चना यहीं सम्पन्न होती है।
✨ यात्रा का धार्मिक महत्व
मान्यता है कि भारी हिमपात के कारण जब केदारनाथ धाम में पूजा संभव नहीं रहती, तब भगवान स्वयं उखीमठ में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते हैं। इसलिए शीतकाल में उखीमठ का ओंकारेश्वर मंदिर केदारनाथ का शीतकालीन निवास माना जाता है।
🛕 यात्रा की परंपरा
कपाट बंद होने के पश्चात डोली यात्रा के माध्यम से केदारनाथ की चल-विग्रह मूर्ति उखीमठ लाई जाती है।
इस यात्रा में वेद-मंत्र, ढोल-नगाड़े और भक्ति-भाव के साथ कई गाँव सहभागी बनते हैं।
पूरी सर्दी में केदारनाथ की पूजा यहीं होती है।
❄️ शीतकालीन दर्शन का अनुभव
चारों ओर बर्फ से ढके हिमालय, शांत वातावरण और आध्यात्मिक ऊर्जा
भीड़ कम होने से शांत और गहन भक्ति का अवसर
साधकों और श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुभव
केदारनाथ शीतकालीन यात्रा केवल एक स्थानांतरण नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और सनातन संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। जो भक्त शीतकाल में केदारनाथ का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, उनके लिए उखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर अत्यंत पवित्र और महत्त्वपूर्ण स्थल है।
3 days ago | [YT] | 3
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Santoshi Rajput 21
बुरे वक्त का बस एक ही फायदा होता है,वो लोग आपकी जिंदगी से अपने आप निकल जाते हैं,जो आप को कभी पसंद ही नंही करते
नमः पार्वती पतेय हर हर महादेव 🕉️🌿❤️💫🙌🔱🔱⚜️🌞🌟👏
2 weeks ago (edited) | [YT] | 2
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Santoshi Rajput 21
साल 2026 में होंगे 13 महीने! 30 नहीं 60 दिन का होगा यह महीना, जानें कैसे
साल 2026 में हिंदू पंचांग के अनुसार दो ज्येष्ठ महीने आएंगे, जिससे वर्ष 13 महीनों का होगा. इसे अधिकमास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है, जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है. यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है और पूजा-पाठ, दान, जप-तप के लिए शुभ माना जाता है.
3 weeks ago | [YT] | 3
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Santoshi Rajput 21
महाकाल (भगवान शिव का एक रूप) की उपासना से मिलने वाले फल बहुत व्यापक और कल्याणकारी माने जाते हैं। महाकाल को काल के अधिपति (समय और मृत्यु को नियंत्रित करने वाले) के रूप में पूजा जाता है।
उनकी उपासना के प्रमुख फल इस प्रकार हैं:
महाकाल की उपासना के मुख्य फल
अकाल मृत्यु से रक्षा और भय मुक्ति: महाकाल का नाम ही 'समय के महान देवता' है, और उनकी पूजा करने वाले भक्तों को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता। यह सबसे महत्वपूर्ण फल माना जाता है। वे भक्तों को हर तरह के डर और भय से मुक्त करते हैं।
मोक्ष की प्राप्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान महाकाल के दर्शन और उपासना से प्राणी जन्म और मृत्यु के चक्र से छूटकर मोक्ष प्राप्त करता है।
स्वास्थ्य लाभ और रोग मुक्ति: महाकाल की आराधना से रोगों से राहत मिलती है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। विशेष रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जप स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए किया जाता है।
शांति और मानसिक संतुलन: भगवान शिव को ध्यान का देवता (आदि योगी) भी कहा जाता है। उनकी उपासना से मानसिक शांति, चिंता और तनाव से मुक्ति मिलती है।
सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ: महाकाल अपने भक्तों पर दयालु होते हैं और उनकी कृपा से सुख-समृद्धि तथा धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
ग्रह दोषों से मुक्ति: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाकाल की पूजा शनि, राहु, और केतु जैसे क्रूर ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने में सहायक होती है।
सफलता और जीवन में स्थिरता: महाकाल की कृपा से जीवन के हर क्षेत्र में बाधाएँ दूर होती हैं और कार्य में सफलता मिलती है।
संक्षेप में, महाकाल की उपासना न केवल आध्यात्मिक उन्नति (कर्मों का शुद्धिकरण, मोक्ष) प्रदान करती है, बल्कि सांसारिक जीवन में आने वाली हर तरह की परेशानियों, भय, रोग और दुख से भी रक्षा करती है। उनकी पूजा से भक्त निर्भय, शांत और सफल जीवन जीते हैं🕉️🙌 ॐनमःशिवाय🕉️🙌
2 months ago | [YT] | 12
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Santoshi Rajput 21
माँ आ रही हैं दुख हरने
पर्वत से उतरकर, माँ आ रही हैं,
सारी सृष्टि में खुशियाँ छा रही हैं।
सजा लो द्वारे, बिछा दो पलकें,
वो अपने भक्तों की पीड़ा मिटा रही हैं।
नवरात्रि का पावन ये त्योहार है,
हर घर में जय माता दी की पुकार है।
वो दुर्गा हैं, वो काली हैं, चंडी हैं,
हर संकट को हरने को तैयार हैं।
अपने आंचल में हमें छुपाकर,
सारे दुख और दर्द ले जाएँगी।
भर देंगी झोली प्रेम और वरदान से,
🌹🌹वो जगदम्बा सबकी नैया पार लगाएंगी🌹🌹
🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌
2 months ago | [YT] | 6
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Santoshi Rajput 21
🙏🌷जय गजानंद🙏🌷
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
#ganesh #ujjain #ujjain🙌ॐ गणेशाय नमः🙌
2 months ago | [YT] | 4
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Santoshi Rajput 21
🙏🌹 *🐍ॐजय श्री महाकाल🐍* 🌹🙏
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग जी का संध्या श्रृंगार आरती दर्शन*
*नवरात्रि महाष्टमी*🌹🌹🚩🚩
*‼️३०-०९-२०२५‼️मंगलवार !*
#mahakal #ujjain #God #mahakaleshwar 🕉️👏#mahakaleshwar_temple_ujjain🕉️👏
2 months ago | [YT] | 5
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