कभी पिता आपका एक्सीडेंट होने पर भी नार्मल रह सकते हैं…. और कभी आपको जरा सा बुखार आने पर दुनिया एक कर देते हैं
बहुत से पिता कभी कभी बच्चों को टॉफी के लिए भी मना कर देते है, तो कभी कभी वो ही पिता अपनी 6 महीने की कमाई बचा बचा कर बच्चों के लिए बहुत महंगा खिलौना ले आते हैं क्योंकि उन्होंने अपने बच्चे की आंखों में उसे पाने की चाहत देखी है…
पिता कभी छोटी सी बात पर बेटे को लाल पीला कर देते हैं और जब जरूरत पड़ती हैं तब उसी बेटे के लिए पूरी दुनिया से लड़ जाते हैं….
पिता अपने बच्चों को घर से ज्यादा दूर जाने पर पाबंदी लगा देते है.. तो कभी उन्हीं बच्चो को अपनी भावना को आंखों में छुपाए बॉर्डर पर भेज देते है।
पिता कभी आपको टॉप करने पर भी शाबाशी नहीं देंगे और ऐसे व्यवहार करेंगे जैसे कोई बड़ी बात नहीं है… कभी लाखो की फीस देने के बाद भी आपके फेल होने पर फिर से कोशिश करना कह के बात खत्म कर देते हैं।
पिता जेब से सुपारी का पाउच निकलने पर आपको चप्पल टूटने तक मार सकते हैं… तो कभी नशे में धुत्त होकर आने पर भी आंखो में आंसू लेकर चुपचाप कमरे में छोड़ आते हैं।
पिता आपको उनके दोस्तों की नौकरी,और उनकी तरक्की से रोज ताने मार सकते हैं तो कभी 5000 रुपए के लिए आपको दिन भर पसीने में तर बतर दौड़ते देखकर…. "ये नौकरी छोड़ दो हम पैसे बचाएं है उसे खुद का बिजनेस शुरू करो" ये कह देते हैं इसी लिए पिता शब्द समझने के लिए आपको उन्हें दिल से समझना पड़ेगा...
AnjaliJain_345
कभी पिता आपका एक्सीडेंट होने पर भी नार्मल रह सकते हैं….
और कभी आपको जरा सा बुखार आने पर दुनिया एक कर देते हैं
बहुत से पिता कभी कभी बच्चों को टॉफी के लिए भी मना कर देते है,
तो कभी कभी वो ही पिता अपनी 6 महीने की कमाई बचा बचा कर बच्चों के लिए बहुत महंगा खिलौना ले आते हैं
क्योंकि उन्होंने अपने बच्चे की आंखों में उसे पाने की चाहत देखी है…
पिता कभी छोटी सी बात पर बेटे को लाल पीला कर देते हैं और जब जरूरत पड़ती हैं तब उसी बेटे के लिए पूरी दुनिया से लड़ जाते हैं….
पिता अपने बच्चों को घर से ज्यादा दूर जाने पर पाबंदी लगा देते है..
तो कभी उन्हीं बच्चो को अपनी भावना को आंखों में छुपाए बॉर्डर पर भेज देते है।
पिता कभी आपको टॉप करने पर भी शाबाशी नहीं देंगे और ऐसे व्यवहार करेंगे जैसे कोई बड़ी बात नहीं है… कभी लाखो की फीस देने के बाद भी आपके फेल होने पर फिर से कोशिश करना कह के बात खत्म कर देते हैं।
पिता जेब से सुपारी का पाउच निकलने पर आपको चप्पल टूटने तक मार सकते हैं…
तो कभी नशे में धुत्त होकर आने पर भी आंखो में आंसू लेकर चुपचाप कमरे में छोड़ आते हैं।
पिता आपको उनके दोस्तों की नौकरी,और उनकी तरक्की से रोज ताने मार सकते हैं
तो कभी 5000 रुपए के लिए आपको दिन भर पसीने में तर बतर दौड़ते देखकर….
"ये नौकरी छोड़ दो हम पैसे बचाएं है उसे खुद का बिजनेस शुरू करो" ये कह देते हैं
इसी लिए पिता शब्द समझने के लिए आपको उन्हें दिल से समझना पड़ेगा...
10 months ago | [YT] | 2