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*उन्होंने उसे बिना मारे ही मर डाला*



एक दुःखद घटना घट गयी बीच बाज़ार में
पगड़ी उछाल दी गई, एक पिता की बीच बाज़ार में।
पता करने पर मालूम हुआ उसकी बेटी भाग गई है
अपनी शादी के मंडप से, उसके प्रेमी के साथ में॥

बेटी का तो जो हुआ सो हुआ होगा
बाप तो बेचारा शर्म से मर रहा होगा।
कोई तो समझा बुझा लो अब बेटी के बाप को
वो बेचारा तो जीते जी ही मर गया होगा॥

लड़के वालों के ताने, कैसे अब कोई परिवार सुनेगा?
कैसे अब वो परिवार, सर उठा के जी सकेगा?
पराया क़रार तो, उनकी अपनी बेटी ने ही कर दिया
कौन रिश्तेदार अब उनके दुःख में उनका साथ दे-देगा?

डर है कहीं अब कोई और अनहोनी ना घट जाए
परिवार का कोई सदस्य गलत राह पर ना भटक जाए।
केवल एक जाने से परिवार की अखण्डता टूटी है
मुझे तो डर है कहीं ये परिवार टूट कर ना बिखर जाए॥


–अबोध बालक.....✍️
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1 year ago | [YT] | 1