*पद्म अर्थात कमल; सबसे सुंदर फूल है, जिसकी पंखुड़ियाँ एक-एक करके खिलती हैं! लेकिन इसकी सुंदरता ये भी है कि यह कीचड़ में ही पनपता है! भगवान ने भी अनेकों सुत्त में कमल के फूल के उदाहरण देकर समझाया है!* 🌷🪷🌷🪷🌷 *जीवन में भी खिलने के लिए, मन से सुंदर दिखने के लिए और प्रज्ञा प्राप्त करने के लिए, सबसे पहले आपके पास लोभ दोष मोह की कीचड़ होना चाहिए!* 🌷🪷🌷🪷🌷 *हमें मनुष्य भूमि में अधिक प्रज्ञा, अधिक मैत्री और अधिक करुणा प्राप्त करनी है, इसके लिए हमें कमल की तरह पुष्पित होने और एक एक कुशल चित्त को प्रत्येक पंखुड़ी की भांति एक-एक करके खोलने का सम्यक संकल्प रखना होगा!* 🌷🪷🌷🪷🌷 *कभी कभी जीवन में परिस्थितियाँ कठिन होती हैं तब कमल की भांति खिले रहना मुश्किल हो सकता है, लेकिन स्मरण रहे कि कमल हर सुबह सूरज की पुकार सुनता है, पानी की सतह को चीरता है और कीचड़ से अछूता रहते हुए खिलता है; हर पंखुड़ी साफ़ और शुद्ध रहती है! रात में बंद होने के बाद, यह पानी की सतह के नीचे डूब जाता है, और सुबह फिर से ऊपर आ जाता है!*
Highest Dhamma – Abhidhamma
*पद्म पुष्प*
*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*
*पद्म अर्थात कमल; सबसे सुंदर फूल है, जिसकी पंखुड़ियाँ एक-एक करके खिलती हैं! लेकिन इसकी सुंदरता ये भी है कि यह कीचड़ में ही पनपता है! भगवान ने भी अनेकों सुत्त में कमल के फूल के उदाहरण देकर समझाया है!*
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*जीवन में भी खिलने के लिए, मन से सुंदर दिखने के लिए और प्रज्ञा प्राप्त करने के लिए, सबसे पहले आपके पास लोभ दोष मोह की कीचड़ होना चाहिए!*
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*हमें मनुष्य भूमि में अधिक प्रज्ञा, अधिक मैत्री और अधिक करुणा प्राप्त करनी है, इसके लिए हमें कमल की तरह पुष्पित होने और एक एक कुशल चित्त को प्रत्येक पंखुड़ी की भांति एक-एक करके खोलने का सम्यक संकल्प रखना होगा!*
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*कभी कभी जीवन में परिस्थितियाँ कठिन होती हैं तब कमल की भांति खिले रहना मुश्किल हो सकता है, लेकिन स्मरण रहे कि कमल हर सुबह सूरज की पुकार सुनता है, पानी की सतह को चीरता है और कीचड़ से अछूता रहते हुए खिलता है; हर पंखुड़ी साफ़ और शुद्ध रहती है! रात में बंद होने के बाद, यह पानी की सतह के नीचे डूब जाता है, और सुबह फिर से ऊपर आ जाता है!*
> बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......
1 week ago | [YT] | 656