Yog Guru Dheeraj

वशिष्ठ योग की साधिका और मातृतुल्य ऊषा साह जी (85 वर्षीय ) पंच तत्व में विलीन हो गई। उनके जाने की खबर थोड़ी देर पहले मिली और सुनते ही लगा जैसे वशिष्ठ योग ने अपने अभिभावक को खो दिया । 2019 के शिविर से उनसे जो योग हुआ वो हमेशा आत्मीय बना रहा। उनका आध्यात्मिक विराट जीवन हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत रहा है। उनके विचार और कार्य ने वशिष्ठ योग के आंगन को और उर्वरक बनाया है। वशिष्ठ आश्रम में बसने का उनका बहुत भाव रहा, मैं भी व्यक्तिगत तौर पर ऐसा चाहता रहा, लेकिन आश्रम के संसाधन वैसे नहीं रहे, प्रस्तावित आश्रम में आने की उनकी तमन्ना थी, जो आगे सशरीर मुमकिन नहीं होने वाला है, उसका अंशत: दुख है, लेकिन वशिष्ठ योग परिवार के रूप में उनकी दृष्टि और आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ मौजूद रहेगा । उनका कद, उनका व्यक्तित्व, उनकी निजी साधना इतनी उच्च रही है कि उसपर कुछ भी लिख पाना मुश्किल है। आज जब वो मेरे बीच नहीं तो सारी बाते, मुलाकाते सामने फिर से स्मृति और भाव पटल पर प्रकट हो गए है।

दूसरी तस्वीर में ऊषा जी के साथ उनकी छोटी बहन किरण जी मौजूद है, जो उनके जीवन में सही मायने में ऊषा की किरण की तरह मौजूद रही। आज किरण जी के लिए बहुत कुछ खोने जैसा है। ईश्वर उन्हें हिम्मत दें कि वो इस दुख की घड़ी को सहजता से स्वीकार कर उबर सकें ।

आप सदा हमारे साथ है ऊषा जी, आपको बहुत प्यार, ईश्वर के साथ आपके योगमय होने की स्थिति को मै महसूस कर पा रहा हूं, आप याद आती रहेंगी, आपके चरणों में नमन 🙏🌹 ॐ शांति शांति शांति

नोट : कमेंट में उषा जी की सीख देता एक वीडियो सुन उनके विराट आध्यात्मिक स्वरूप को महसूस करें

2 weeks ago (edited) | [YT] | 401