Kanha teri Dewani

*जय श्री हरि*

सुन री सखी तेरो दोष नाहीं,मेरो पिया रसिया री।
नवल लाल को सब कोऊ चाहत, कौन कौन के मन बसिया री।।
एकन सों नैनां जोरे,एकन सों भ्रौहं मरोरे,एकन मुख हंसिया री।
कृष्णजीवन लछीराम के प्रभु माई,संग डोलत पूरण शशिया री।।

🌿 राधे राधे 🌿

4 days ago | [YT] | 2,162