संभवतः अब यह चैनल आपकी अपेक्षाओं, आकांक्षाओं के अनुरूप खरा नहीं उतर पा रहा है जिसका खेद है। इसका मुख्य कारण है यूट्यूब की एल्गोरिद्म, जहां राष्ट्रहित, राष्ट्रवाद की बात को उतना स्थान नहीं दिया जाता है जितना अन्य विषयों को।
विगत 10 वर्षों को यात्रा के दौरान इतना हतोत्साहित कभी भी अनुभव नहीं किया जितना आज करना पड़ रहा है। प्रथम दिवस से आज तक इस चैनल के प्रत्येक पारिवारिक सदस्य ने इतना अपनत्व और अपार स्नेह प्रदान किया है जिसके हम सदैव ऋणी रहेंगे। आपके इसी अपनत्व और सहयोग के बल पर, सीमित संसाधनों और पूंजी के अभाव में भी, अनेक बाधाओं को नजरअंदाज करते हुए, भारत के गौरवशाली इतिहास और तात्कालीन विषयों पर आधारित वीडियो आपके सामने लाते रहे। परन्तु अब स्थिति भिन्न हो चुकी है और अब अधिक आर्थिक भार सहना कठिन हो रहा है 🙏
पापा का बिगड़ता स्वास्थ्य, परिस्थितियां अब इस कार्य को अधिक समय देने के स्थान पर कुछ काम धंधा ढूंढने को कहती हैं। राष्ट्र के प्रति कर्तव्य निभाते निभाते भूल बैठे कि परिवार के लिए भी कुछ करना चाहिए। अतः क्षमा प्रार्थी हूं कि अथक परिश्रम करने के बाद भी में एक अल्गोरिदम से हार गया 🙏
इस हार की नैतिक ज़िम्मेदारी में स्वयं लेता हूं और आपकी अपेक्षाओं, आकांक्षाओं की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाने पर आप सभी से एक बार पुनः क्षमा प्रार्थी हूं 🙏
क्रांतिदूत
संभवतः अब यह चैनल आपकी अपेक्षाओं, आकांक्षाओं के अनुरूप खरा नहीं उतर पा रहा है जिसका खेद है। इसका मुख्य कारण है यूट्यूब की एल्गोरिद्म, जहां राष्ट्रहित, राष्ट्रवाद की बात को उतना स्थान नहीं दिया जाता है जितना अन्य विषयों को।
विगत 10 वर्षों को यात्रा के दौरान इतना हतोत्साहित कभी भी अनुभव नहीं किया जितना आज करना पड़ रहा है। प्रथम दिवस से आज तक इस चैनल के प्रत्येक पारिवारिक सदस्य ने इतना अपनत्व और अपार स्नेह प्रदान किया है जिसके हम सदैव ऋणी रहेंगे। आपके इसी अपनत्व और सहयोग के बल पर, सीमित संसाधनों और पूंजी के अभाव में भी, अनेक बाधाओं को नजरअंदाज करते हुए, भारत के गौरवशाली इतिहास और तात्कालीन विषयों पर आधारित वीडियो आपके सामने लाते रहे। परन्तु अब स्थिति भिन्न हो चुकी है और अब अधिक आर्थिक भार सहना कठिन हो रहा है 🙏
पापा का बिगड़ता स्वास्थ्य, परिस्थितियां अब इस कार्य को अधिक समय देने के स्थान पर कुछ काम धंधा ढूंढने को कहती हैं। राष्ट्र के प्रति कर्तव्य निभाते निभाते भूल बैठे कि परिवार के लिए भी कुछ करना चाहिए। अतः क्षमा प्रार्थी हूं कि अथक परिश्रम करने के बाद भी में एक अल्गोरिदम से हार गया 🙏
इस हार की नैतिक ज़िम्मेदारी में स्वयं लेता हूं और आपकी अपेक्षाओं, आकांक्षाओं की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाने पर आप सभी से एक बार पुनः क्षमा प्रार्थी हूं 🙏
आपका अपना दिवाकर शर्मा
7999769392
20 hours ago | [YT] | 8