agri guruji

*राजमा के बारे में पूरी जानकारी*

*बीज*:- वरुण, वाज्ञ, हीरा।
प्रति एकड़ 30 किलोग्राम बीज बोएं।
*बीज उपचार*:- किसी भी कवकनाशी जैसे रोको, बायोमिक्स, ट्राइकोडर्मा, गावचो आदि + अन्य का प्रयोग करें।
*सावधानी*:- केवल तभी बुवाई करें जब मिट्टी पूरी तरह से नम हो, या भिगोकर बुवाई करें।
*उर्वरक:-* 12:32 :16:
24: 24:00
10:26:26
20: 20 :00:13 मुझे इनमें से किसका उपयोग करना चाहिए?
*पहला छिड़काव*:- 15 से 20 दिन बाद। यूरिया का प्रयोग करना चाहिए तथा टॉनिक का भी प्रयोग करना चाहिए। इसे 19:19:19 की तरह छिड़का जाना चाहिए।
*दूसरा छिड़काव*:- 30 दिन बाद उपरोक्तानुसार ही करें।
*फूल आना*:- यदि फूल आ जाएं तो छिड़काव करना चाहिए।
*दानों को फूलाने के लिए*:- 0:52:34 इस तरह स्प्रे करें।
*अंतराल जुताई*:- 20 और 35 दिन के बाद दो जुताई करनी चाहिए।
*जल प्रबंधन*:- 3 से 4 बार पानी देना।
15 से 20 ..... पहले
40 से 45.... सेकंड
अनाज भरते समय:-.....तीसरा

शेष पानी को मिट्टी की सतह पर आवश्यकतानुसार डालना चाहिए।
पानी वर्षा पाइपों, ड्रिप्स, स्प्रिंकलर्स, गटरों आदि के माध्यम से बहता है। लेकिन पानी को चार घंटे से अधिक समय तक खुला न छोड़ें।
*कीट रोग*:-- मृत, पपड़ी, भूरा, मोज़ेक।
*2 से 3 स्प्रे*:-
15 से 20. दिन होने तक
फूल आने के 30 से 35 दिन बाद
45 से 55. प्रतिदिन
*रस*:- सुखाने के बाद मशीन को चालू और बंद करके ऐसा किया जा सकता है। मशीन की गति कम करके.
*उपज*:- प्रति एकड़ दस से पंद्रह क्विंटल उपज प्राप्त होती है। यह कलंब, कागे और वाशी के किसानों का अनुभव है।
*विशेष ध्यान:-* राजमा को छाया में सुखाना चाहिए,
धूप में बिल्कुल न सुखाएं।
एक महीने में राजमा की ऊंचाई बढ़ाने के लिए आप जो भी कर सकते हैं, करें।
बीज पाने के लिये सिर्फ व्हॉट्सऍप 7972334422 करे धन्यवाद

1 month ago | [YT] | 49