KZ talks

अंग्रेजों से लोहा लेने वाले और गुलामी के बजाए मौत को गले लगाने वाले शेर ए मैसूर शहीद टीपू सुल्तान आज ही के दिन यानी 4 मई 1799 को टीपू सुल्तान अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हुए थे!
जब लड़ाई का आखिरी वक्त था तो टीपू सुल्तान के बॉडीगार्ड ने उस से कहा कि आप अंग्रेजों को अपनी बहचान बता दें,
तो टीपू सुल्तान ने ये तारीखी अल्फाज़ कहे "शेर की एक दिन की जिंदगी गीदड़ की सो साला ज़िंदगी से बेहतर है!

2 years ago | [YT] | 2