বাণী হিরন্যগর্ভ সেবক

Lord Hiranyagarbha is Lord of Mahakal Kalbhairavas himself


महाकालधारक वाग्वादिनीपति श्री ब्रह्मणे नमः

अक्षमाला विनिर्दिष्टा कालस्तु ब्रह्मणः करे। कलनात् सर्वभूतानां काल इत्यभिधीयते ॥ ९ ॥

ब्रह्मा जी रुद्राक्ष की माला कर में काल के प्रतीकस्वरूप धारण किये रहते हैं। काल सब प्राणियों का कलन (क्षरण) करता है अतः 'काल' कहलाता है ॥ ९

- ब्रह्मरूपनिर्माणम्, अध्याय ६३, विष्णुधर्मोत्तर उपपुराण

वेदपति ब्रह्मा काल से भी परे परमपुरुष हैं जो स्वयं अक्षमाला रूपी काल को धारण करते हैं। वहीं काल का सृजन करते हैं तथा नियन्त्रण भी उन्हीं के हाथों में हैं।

He devours each and every one ,
ब्रह्मा सरस्वतीनाथो भुङ्क्ते देवान्समाप्तिके । इन्द्रविष्णुमहेशादीन् कल्पान्ते कालरूपधृक् ॥

"Lord Brahma, the consort of Sarasvati, devours each and every gods at the time dissolution. At the end of the Kalpa, assuming the form of Time, he consumes Indra, Vişnu, Maheša and others."

4 weeks ago | [YT] | 5