भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश! यह वह परम पावन अस्थि कलश है जिसे वैशाली के महान स्तूप से खुदाई में प्राप्त किया गया है और इसका उल्लेख महान चीनी यात्राएं ह्यूनसांग ने अपनी यात्रा वृतांत में किया है। इसके अलावा भी प्राचीन भारत के महान इतिहास में इसका बार-बार उल्लेख मिलता है।
भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद उत्तर भारत के 16 महाजनपदों एवं गणराज्यों में भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को लेकर युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी। जिसके बाद युद्ध विराम करते हुए सभी की सहमति से भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को 16 भागों में बांटकर 16 जगह विशाल स्तूप बनवाए, यह वैशाली विशाल स्तूप भी उसी का एक हिस्सा है। जहां से बाद में खुदाई में भगवान बुद्ध का यह पावन अस्थि कलश प्राप्त हुआ।
Indus News TV
भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश! यह वह परम पावन अस्थि कलश है जिसे वैशाली के महान स्तूप से खुदाई में प्राप्त किया गया है और इसका उल्लेख महान चीनी यात्राएं ह्यूनसांग ने अपनी यात्रा वृतांत में किया है। इसके अलावा भी प्राचीन भारत के महान इतिहास में इसका बार-बार उल्लेख मिलता है।
भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद उत्तर भारत के 16 महाजनपदों एवं गणराज्यों में भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को लेकर युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी। जिसके बाद युद्ध विराम करते हुए सभी की सहमति से भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को 16 भागों में बांटकर 16 जगह विशाल स्तूप बनवाए, यह वैशाली विशाल स्तूप भी उसी का एक हिस्सा है। जहां से बाद में खुदाई में भगवान बुद्ध का यह पावन अस्थि कलश प्राप्त हुआ।
~इंडस न्यूज टीवी ब्यूरो
4 months ago | [YT] | 224