अचानक USA में रहने वाले,,, भारतीयों का भारत भ्रमण कुछ ज्यादा ही होने लगा है। पहले ये समझा गया कि विदेश में रहने वाले भारतीयों के मन मे भारत के प्रति अचानक प्रेम उमड़ आया है, लेकिन एक कारण यह भी है 👇 मिस्टर और मिसेज गोस्वामी USA में सेटल हो जरूर हो गये, परंतु अपना भारतीय कल्चर नहीं छोड़ा था !😉
गोस्वामी दम्पत्ति के एक बेटा 16 वर्ष का व एक 13 वर्षीय बेटी थी।बेटे-बेटी को भी भारतीय संस्कारों मे ढालना चाहतीं थीं मिसेज गोस्वामी। उन्होंने एक बार अपने बेटे को कुछ अमेरिकी दोस्तों के साथ सिगरेट फूँकते हुए देख लिया।फिर क्या,शाम को बेटे के घर वापस आने पर मिसेज गोस्वामी ने भारतीय परम्परा के अनुसार झाड़ू उठा कर बेटे को सुधारने की ठान ली। मिसेज गोस्वामी ने 2-4 झाड़ू ही बेटे की पीठ पर चिपका पायीं थी कि,, बेटे ने फोन से 911(USA पुलिस) डायल कर दिया।
आनन- फानन में पुलिस आयी और मिसेज गोस्वामी को बेटे को मारने के जुर्म में गिरफ्तार कर एक हफ्ते जेल में रखा। फिलहाल मिसेज गोस्वामी जमानत पर थीं, लेकिन उन्होंने बेटे को सुधारने की जिद न छोड़ीं। जेल से छूटने के बाद मिसेज गोस्वामी ने बेटे को प्यार से समझाया कि-"चलो तुम्हें इंडिया घुमा लायें। पुणे नानी के घर जाना है। बेटा तैयार हो गया।
मुम्बई के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जैसे ही मिसेज गोस्वामी बाहर निकलीं, अपनी चप्पल उतार कर बेटे को पीटना शुरू कर दिया—"चटाचट चटाचट!...और सिगरेट पिएगा?? फटाक! फटाक!!...बुला अब पुलिस को बुला,,,फटाक!"
बेटा एयरपोर्ट के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिस वाले को देख मदद के लिए चिल्लाया।
पुलिस वाले ने आकर पूछा,- "क्या हुआ बहन जी? "
- "अरे ये नालायक 16 साल की उमर में ही सिगरेट पीता है दोस्तों के साथ दिन भर मटरगस्ती करता है।" -"अच्छे से धुलाई करिये बहन जी",,, ये सलाह दे कर पुलिस वाला चला गया!
अब तक बेटे को पता चल चुका था कि माँ-बाप के हाथों बेटे का पिटना भारतीय संस्कार है,,,सो माफी माँगते हुए ये प्रॉमिस करना उचित समझा कि भविष्य में वो सिगरेट नहीं पिएगा।
मिसेज गोस्वामी भी 10 - 15 चप्पल ..और इतनी ही संख्या मैं थप्पड़ मारने के बाद,बेटे को कड़क आवाज मे बोलीं, - " जा अब वाशरूम से मुँह धोकर जल्दी आ USA वापस जाने वाली फ्लाईट का समय हो गया है। पुणे नानी के घर अगली बार जायेंगे !"....यू एस ए लौटने के बाद मिसेज गोस्वामी ने एक कंसल्टेंसी सेंटर खोल लिया। अब वो सलाह देतीं हैं कि अपने बेटे-बेटी को कैसे भारतीय परम्परा के अनुसार,बिना जेल जाने का खतरा मोल लिये,सुधारें"
जरुरी नहीं, भारत भ्रमण पर आनेवाले अमरीकी भारतीय, भारत -प्रेम के कारण ही भारत आ रहे हों, मिसेज गोस्वामी की सलाह के अनुसार भी आ रहे हो सकते हैं! आखिर भारत, बेटे-बेटी की पिटाई के लिये सर्वथा अनुकूल वातावरण वाला प्लेस जो है।...
Kisturi Marudhara ki mahak
अचानक USA में रहने वाले,,, भारतीयों का भारत भ्रमण
कुछ ज्यादा ही होने लगा है। पहले ये समझा गया कि विदेश में
रहने वाले भारतीयों के मन मे भारत के प्रति अचानक प्रेम उमड़ आया है, लेकिन
एक कारण यह भी है
👇
मिस्टर और मिसेज गोस्वामी USA में सेटल हो जरूर हो गये,
परंतु अपना भारतीय कल्चर नहीं छोड़ा था !😉
गोस्वामी दम्पत्ति के एक बेटा 16 वर्ष का व एक 13 वर्षीय बेटी थी।बेटे-बेटी को भी भारतीय संस्कारों मे ढालना चाहतीं थीं मिसेज गोस्वामी। उन्होंने एक बार अपने बेटे को कुछ अमेरिकी दोस्तों के साथ सिगरेट फूँकते हुए देख लिया।फिर क्या,शाम को बेटे के घर वापस आने पर मिसेज गोस्वामी ने भारतीय परम्परा के अनुसार झाड़ू उठा कर बेटे को सुधारने की ठान ली।
मिसेज गोस्वामी ने 2-4 झाड़ू ही बेटे की पीठ पर चिपका पायीं थी कि,, बेटे ने फोन से 911(USA पुलिस) डायल कर दिया।
आनन- फानन में पुलिस आयी और मिसेज गोस्वामी को बेटे को मारने के जुर्म में गिरफ्तार कर एक हफ्ते जेल में रखा।
फिलहाल मिसेज गोस्वामी जमानत पर थीं, लेकिन उन्होंने बेटे को सुधारने की जिद न छोड़ीं। जेल से छूटने के बाद मिसेज गोस्वामी ने बेटे को प्यार से समझाया कि-"चलो तुम्हें इंडिया घुमा लायें। पुणे नानी के घर जाना है। बेटा तैयार हो गया।
मुम्बई के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जैसे ही मिसेज गोस्वामी बाहर निकलीं, अपनी चप्पल उतार कर बेटे को पीटना शुरू कर दिया—"चटाचट चटाचट!...और सिगरेट पिएगा??
फटाक! फटाक!!...बुला अब पुलिस को बुला,,,फटाक!"
बेटा एयरपोर्ट के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिस वाले को देख मदद के लिए चिल्लाया।
पुलिस वाले ने आकर पूछा,- "क्या हुआ बहन जी? "
- "अरे ये नालायक 16 साल की उमर में ही सिगरेट पीता है दोस्तों के साथ दिन भर मटरगस्ती करता है।"
-"अच्छे से धुलाई करिये बहन जी",,, ये सलाह दे कर पुलिस वाला चला गया!
अब तक बेटे को पता चल चुका था कि माँ-बाप के हाथों बेटे का पिटना भारतीय संस्कार है,,,सो माफी माँगते हुए ये प्रॉमिस
करना उचित समझा कि भविष्य में वो सिगरेट नहीं पिएगा।
मिसेज गोस्वामी भी 10 - 15 चप्पल ..और इतनी ही संख्या
मैं थप्पड़ मारने के बाद,बेटे को कड़क आवाज मे बोलीं,
- " जा अब वाशरूम से मुँह धोकर जल्दी आ USA वापस जाने वाली फ्लाईट का समय हो गया है। पुणे नानी के घर अगली बार जायेंगे !"....यू एस ए लौटने के बाद मिसेज गोस्वामी ने एक कंसल्टेंसी सेंटर खोल लिया। अब वो सलाह देतीं हैं कि अपने
बेटे-बेटी को कैसे भारतीय परम्परा के अनुसार,बिना जेल जाने का खतरा मोल लिये,सुधारें"
जरुरी नहीं, भारत भ्रमण पर आनेवाले अमरीकी भारतीय, भारत -प्रेम के कारण ही भारत आ रहे हों,
मिसेज गोस्वामी की सलाह के अनुसार भी आ रहे हो सकते हैं!
आखिर भारत, बेटे-बेटी की पिटाई के लिये सर्वथा अनुकूल वातावरण वाला प्लेस जो है।...
2 months ago | [YT] | 37