दर्द-ए-दिल हम भी रखते हैं, कोई समझे तो क्या बात है। टूटकर बिखर जाते हैं, जब अपने ही करते हैं जज़्बातों की घात है। औरत की बात क्या करें, जब मर्द ही मर्द से आँख चुराता है, इस मतलबी दुनिया में, हर रिश्ता फ़रेब का नक़ाब पहन आता है 💔😢😭 कड़वा है लेकिन सच है 🥺 यही है आज की दुनिया
_Vikash_Raj_official_art_009
दर्द-ए-दिल हम भी रखते हैं, कोई समझे तो क्या बात है। टूटकर बिखर जाते हैं, जब अपने ही करते हैं जज़्बातों की घात है। औरत की बात क्या करें, जब मर्द ही मर्द से आँख चुराता है, इस मतलबी दुनिया में, हर रिश्ता फ़रेब का नक़ाब पहन आता है 💔😢😭 कड़वा है लेकिन सच है 🥺 यही है आज की दुनिया
2 months ago (edited) | [YT] | 1