मकर संक्रांति 2025: हर साल जनवरी के मध्य में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि (मकर राशि) में संक्रमण का प्रतीक है। यह त्यौहार नई शुरुआत, कृतज्ञता और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। इस वर्ष, यह मंगलवार, 14 जनवरी को जीवंत उत्सव और बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। आप सभी लोगो को खिचड़ी की हार्दिक शुभ कामनाएँ
🙏 नमस्कार दोस्तों, आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं,यह नव वर्ष केवल कैलेंडर बदलने के लिए है और इस नव वर्ष की शुरुआत पच्छिमि सभ्यता से हुई थी हम अपनी परंपरा को भूलते जा रहे हैं, हमारा नव वर्ष शुरू होता है चैत्र रामनवमी की पहली तिथि से हमारा पंचांग भी उसी तिथि से शुरू होता है बैंक का नव वर्ष 1 अप्रैल को ही शुरू होता है हमारे बच्चों का स्कूल भी अप्रैल से ही शुरू हुआ है ठंडक और कुहारा हटता है और गर्मी का एहसास एक नई उमंग लेकर आता है सभी जगह हरियाली दिखती है हमारे ऋषि मुनियों की परंपरा को भूलकर आज केवल दिखावा पर सभी लोग दौड़ लगा रहे हैं दोस्तों मैं किसी का बिचार नहीं बदल सकता सभी लोग अपनी मर्जी के मालिक हैं लेकिन मेरे मन में जो हैं था उसको आप लोगों के सामने रखा मैं सबका सम्मान करता हूं सभी लोग की इज्जत करता हूं मेरा कहना बस यही है कि अपनी संस्कृति को याद करके उनके बताए हुए रास्ते को अगर अपनाएंगे इसमें सभी का कल्याण होगा चकाचौंध में फालतू का पैसा बर्बाद करने से कुछ नहीं होने वाला है राधे राधे जय श्री कृष्णा
Dhruv Kumar
मकर संक्रांति 2025: हर साल जनवरी के मध्य में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि (मकर राशि) में संक्रमण का प्रतीक है। यह त्यौहार नई शुरुआत, कृतज्ञता और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। इस वर्ष, यह मंगलवार, 14 जनवरी को जीवंत उत्सव और बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। आप सभी लोगो को खिचड़ी की हार्दिक शुभ कामनाएँ
11 months ago | [YT] | 9
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Dhruv Kumar
🙏 नमस्कार दोस्तों, आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं,यह नव वर्ष केवल कैलेंडर बदलने के लिए है और इस नव वर्ष की शुरुआत पच्छिमि सभ्यता से हुई थी
हम अपनी परंपरा को भूलते जा रहे हैं, हमारा नव वर्ष शुरू होता है चैत्र रामनवमी की पहली तिथि से हमारा पंचांग भी उसी तिथि से शुरू होता है बैंक का नव वर्ष 1 अप्रैल को ही शुरू होता है हमारे बच्चों का स्कूल भी अप्रैल से ही शुरू हुआ है ठंडक और कुहारा हटता है और गर्मी का एहसास एक नई उमंग लेकर आता है सभी जगह हरियाली दिखती है हमारे ऋषि मुनियों की परंपरा को भूलकर आज केवल दिखावा पर सभी लोग दौड़ लगा रहे हैं दोस्तों मैं किसी का बिचार नहीं बदल सकता सभी लोग अपनी मर्जी के मालिक हैं लेकिन मेरे मन में जो हैं था उसको आप लोगों के सामने रखा मैं सबका सम्मान करता हूं सभी लोग की इज्जत करता हूं मेरा कहना बस यही है कि अपनी संस्कृति को याद करके उनके बताए हुए रास्ते को अगर अपनाएंगे इसमें सभी का कल्याण होगा चकाचौंध में फालतू का पैसा बर्बाद करने से कुछ नहीं होने वाला है
राधे राधे जय श्री कृष्णा
11 months ago (edited) | [YT] | 10
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Dhruv Kumar
Everyone should always be helped
1 year ago | [YT] | 3
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Dhruv Kumar
1 year ago | [YT] | 10
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Dhruv Kumar
1 year ago | [YT] | 8
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