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: ﻧَﺼْﺮٌ ﻣِّﻦ ﺍﻟﻠَّﻪِ ﻭَﻓَﺘْﺢٌ ﻗَﺮِﻳﺐٌ.

أَفَحَسِبْتُمْ أَنَّمَا خَلَقْنَـٰكُمْ عَبَثًۭا وَأَنَّكُمْ إِلَيْنَا تُرْجَعُونَ
فَتَعَـٰلَى ٱللَّهُ ٱلْمَلِكُ ٱلْحَقُّ ۖ لَآ إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ رَبُّ ٱلْعَرْشِ ٱلْكَرِيمِ
وَمَن يَدْعُ مَعَ ٱللَّهِ إِلَـٰهًا ءَاخَرَ لَا بُرْهَـٰنَ لَهُۥ بِهِۦ فَإِنَّمَا حِسَابُهُۥ عِندَ رَبِّهِۦٓ ۚ إِنَّهُۥ لَا يُفْلِحُ ٱلْكَـٰفِرُونَ
وَقُل رَّبِّ ٱغْفِرْ وَٱرْحَمْ وَأَنتَ خَيْرُ ٱلرَّٰحِمِينَ


Dr.Nosheen Ali

जैसे उबलते पानी में कभी परछाईं
नहीं दिखती ठीक उसी प्रकार
परेशान मन से समाधान भी नहीं
दिखते शांत होकर देखिए सभी
समस्याओं का हल मिल जायेगा

1 week ago | [YT] | 3

Dr.Nosheen Ali

शरीर खुद है सबसे बड़ा वैद्य बस उसे दें सही माहौल
ये हैं प्रकृति के 4 ओषधि तत्त्व

1. सूर्य चिकित्सा:
सूरज की किरणे शरीर को ऊर्जा विटामिन डी और इम्युनिटी देती हैं। धूप में 15-20 मिनट बैठना एड़ियों, त्वचा और रक्त के लिए फायदेमंद है।

2:-जल चिकित्सा:-सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना, ठंडे पानी से स्नान करना, गीली पट्टी से सिर या पेट की ठंडक देना आदि शरीर का तापमान संतुलित रखते हैं।

मिट्टी चिकित्सा: मिट्टी शरीर की गर्मी और विष को सोख लेती है। पेट पर मिट्टी की पट्टी लगाने से पाचन सुधरता है। माथे पर लगाने से सिरदर्द काम होता है


प्राकृतिक आहार हो दिनचर्या का हिस्सा सुबह खाली पेट नींबू पानी या तुलसी जल लें।
भोजन में फल, हरी सब्जियां, सलाद और अंकुरित अनाज शामिल करें।
दिन में एक बार फलाहार या उपवास रखें,
तला-भुना ya चीनी कम लें। रात में हल्का खाना खाये


योग-ध्यान का करें नियमित अभ्यास
सूर्य नमस्कार पूरे शरीर को लचीला बनाता है। अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम मन को शांत करते है

प्रतिदिन 10 मिनट ध्यान करने से तनाव कम होता है, नींद बेहतर आती है।

ऐसे दूर करें स्वास्थ्य समस्याएं
सर्दी-जुकाम में भाप से,
सिरदर्द में माथे par मिट्टी की पट्टी या ठंडी पट्टी लगाएं।
पाचन में समस्या:- गुनगुना पानी, नींबू और काला नमक लें।
त्वचा निखार के लिए:- सुबह नारियल पानी या गाजर का रस पीएं।

अनिद्रा की समस्याः सोने से पहले पैरों को ठंडे पानी से धोएं।

वायु चिकित्साः सुबह पार्क या खेतों में गहरी साँस का अभ्यास करें। यह फेफड़ो को मजबूत करता है.

मन को शांत करता, मानसिक तनाव. घटाता है

1 month ago | [YT] | 3

Dr.Nosheen Ali

गॉल ब्लेडर की सर्जरी के बाद अपनी डाइट में करें बदलाव
भोजन करते समय रखें ध्यान
youtube.com/playlist?list=PL-...

1. हल्का और पचने वाला भोजन से जैसे दलिया, खिचड़ी, मूंग बाल. सूप और सब्जियां।

2. कम तेल व घी का प्रयोग करें। उबला स्टीम्ड या ग्रिल्ड खाना बेहतर है।

3. फाइबर से भरपूर भोजन जैसे Oats, साबुत अनाज, फल, सब्जियां, वहीं लें। पेट दुरुत्ता होगा।

4. छोटी-छोटी मात्रा में बार-बार काएं। तीन बड़े भोजन की जगह 5-6 छोटे भोजन ले ताकि पावन

पर ज्यादा दबाव न पड़े। 8-10 गिलास पानी पीएं।
5. प्रोटीन के हल्के स्रोत जैसे मूग, पनीर टोफू दालें और दही लें। हाई प्रोटीन फूड्स से बचें।
7. डाइट में अच्छी वसा को शामिल करें जैसे ऑलिव ऑयल, पलैक्ससीड या एवोकाडो आदि।
8. प्रोबायोटिक भोजन जैसे
दही, छाछ या इडली, ढोकला आंतों के लिए अच्छे होते हैं।

पत्तेदार सब्जियां पारइबर से भरपूर fruits, दही, छाछ,
सीड्स or Nuts, ओट्स, daliya और मूंग की खिचड़ी, बीटस्ट और गाजर, नारियल पानी और नीबू पानी आदि सर्जरी के बाद तेजी से सिकदरी में मदद करते हैं

इन चीजों से करें परहेज:-
. बहुत -oily, भुना, masaledar खाना न खाएं। यह पित रस को अधिक उत्तेजित
करता है और दस्त ya एसिडिटी बढ़ा सकता है।

2. ज्यादा फैटी फूड जैसे गवखन, मलाई, क्रीम, पनीर की भारी gravy समोत्ता, parathe, आदि से बचे।

3. मीठे और प्रोसेता फूड्स जैसे कोल्ड ड्रिंक, केक, पेस्ट्री,जंक फूड से बचें।

4. कॉफी, अल्कोहल और सोडा drinks लिवर पर dabav डालते हैं। एसिडिटी बढ़ाते हैं।

दिनभर में अपने भोजन को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर खाएं।

नियमित व्यायाम करें ताकि वजन नियंत्रित रहे।

तनाव से दूर रहें और पर्याप्त नींद लें।

फूड्स पेस्ट्री,

5. अधिक मात्रा में एक बार में भोजन न करें। इससे दस्त या दर्द की समस्या हो सकती है।

6. बहुत ठंडा या बहुत गर्म खाना सर्जरी के तुरंत बाद न लें। पाचन कमजोर होता है

1 month ago (edited) | [YT] | 2

Dr.Nosheen Ali

पोस्ट दिवाली शॉकः मरीजों में 40% तक बढ़ा ब्लड शुगर लेवल
लगातार कई दिनों तक मिठाइयां और तले व्यंजन खाने से शरीर की शुगर नियंत्रण प्रणाली प्रभावित होती है। त्योहारों के बाद शुगर में आया उतार-चढ़ाव अस्थायी नहीं होता। लंबे समय तक असर रहने पर यह आंखों, नसों और गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि, यह कोई एक या दो दिन मिठाई खाने से नहीं होता है। अगर आप जितना खा रहे हैं उतना ही अपने शरीर से काम ले रहे हैं तो कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन शरीर को थोड़ा भी हिला नहीं रहे हैं और खाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं तो जरूर मोटापा हो सकता * है, जो डायबिटीज का एक कारण बन सकता है
पटाखों के धुएं से स्किन एलर्जी


दीपावली के बाद स्किन इंफेक्शन और एयरबोर्न एलर्जी के मरीजों की संख्या में 20% तक वृद्धि दर्ज की गई है। बारूद और धुएं से चेहरे पर सूजन, लालपन और खुजली की शिकायतें बढ़ी हैं। फ्यूम्स से सीधे संपर्क वाला चेहरा और हाथ सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। एलर्जी होने पर चेहरे को ठंडे पानी से धोकर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं।

डिटॉक्स डाइट पर लौटना जरूरी
त्योहारों के बाद पाचन, गैस, एसिडिटी और सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। उनका कहना है कि अब डिटॉक्स डाइट पर लौटना जरूरी है। कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे ओट्स, ब्राउन राइस और प्रोटीन से ऊर्जा बनी रहती है, पर वजन नहीं बढ़ता। हरी सब्जियां, सूप और सलाद पेट व इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करने में मददगार हैं।
इसलिए बढ़ रही शुगर

एक गुलाब जामुन में 300 कैलोरी होती है, जो जरूरत का आधे से ज्यादा है।

त्योहार में दवा या डायट प्लान छोड़ना। देर रात तक आयोजनों से कम एक्टिविटी और नींद की कमी।

करें ये 5 काम
सुबह दालचीनी या सौंफ के पानी से दिन की शुरुआत करें। दिनभर में 10 से 12 ग्लास पानी मसाले वाले भोजन का सेवन करें। रात का या छाछ, धनिया पानी लें। हल्का, कम मिर्च-खाना हल्का होना चाहिए और समय पर खाएं। सुबह-शाम टहलना या हल्का व्यायाम करें
#diwali#postdiwalitips🪔🎇

2 months ago | [YT] | 3

Dr.Nosheen Ali

@dr.nosheenali

2 months ago | [YT] | 3