श्री राम, जिनके नाम से ही सृष्टि एक नई दिशा पाती है, हिंदू धर्म के सबसे प्रतिष्ठित देवताओं में से एक हैं। भगवान राम का जन्म त्रेतायुग में अयोध्या के राजकुमार के रूप में हुआ। उनके पिता का नाम राजा दशरथ और माता का नाम कौशल्या था। श्री राम के चरित्र में आदर्शता, धर्म और न्याय का अद्वितीय संयोजन है।
भक्ति और श्रद्धा की दृष्टि से, भगवान श्री राम को 'परार्थ' की भावना का प्रतीक माना जाता है। वे अपने जीवन में सदैव दूसरों के भले के लिए कार्य करते रहे। उनका प्रमुख उद्देश्य धर्म की रक्षा करना और अधर्म का नाश करना था।
श्री राम की शरण में आने वाले भक्तों को वे सदैव अपने प्रेम और आशीर्वाद से अभिभूत करते हैं। अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि, रामराज्य और रामनवमी जैसे पर्व उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।
श्री राम का दर्शन केवल धार्मिकता नहीं, बल्कि मानवता का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है। उनके जीवन से हमें सिखने को मिलता है कि सत्य, धर्म, और प्रेम के मार्ग पर चलकर हम सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। श्री राम की कृपा से हम अपने जीवन को भी सुख और शांति से भर सकते हैं।
"हे प्रभु, कृपया बनाए रखना।" 👏🕉️
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