Swami Chidambaranand Saraswati

अनंतश्री विभूषित महामंडलेश्वर पूज्यपाद स्वामी चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज
- सनातन धर्म प्रचारक एवं प्रखर राष्ट्रवादी चिन्तक

- 19 जुलाई 1977 में मप्र के भिंड जिले के बरहद ग्राम में माता श्रीमती जयदेवी एवं पंडित श्री लक्ष्मीनारायण शर्मा के गृह पर जन्म,
मात्र 11 साल की आयु में नैमिषारण्य के श्रोत्रिय ब्रह्मनिष्ठ सदगुरुदेव पूज्य श्री स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज के पावन सानिध्य में व्यावहारिक और आध्यात्मिक शिक्षा, 25 वर्ष की आयु तक कठोर साधनाओं के माध्यम से तपश्चर्या

- श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी द्वारा सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में 2016 को महामंडलेश्वर पद से विभूषित, श्रीमद् भागवत, श्रीशिवमहापुराण, श्रीरामकथा, श्रीमद्देवी भागवत, वेदान्त, उपनिषद और व्यवहारिक सामयिक विषयों पर विगत 30 वर्षों से सरल-सहज संगीतमय कथा प्रवचन, दिव्य वैदिक सनातन भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए विश्व के अनेक राष्ट्रों में सत्संग/ कथाएं/ प्रवचन

मुंबई में निर्वाणपीठाधीश्वर की अध्यक्षता में विश्व के ख्यातनाम 50 से अधिक महामंडलेश्वर द्वारा वैचारिक महाकुम्भ (2017) का सफल आयोजन.