This channel is about Astrology, Palmistry, Vaastu, Mantra Vigyan and Dharma. Videos are about tutorials on Astrology as well as predictions on social events, both current and future. I do provide personal horoscope readings too. website is www.piousastro.com
Hi, my name is Jay. I am web developer by profession. I am also a MBA and yoga and naturopathy healer and story writer. i have published 4 book yet on amazon by Indus.network .
I started Astrology when i was 14 yares old. I have learnt and practiced Palmistry, Nadi Astrology and Yoga, astrology, ज्योतिष, astrology signs, vedic astrology, ज्योतिष संकेत, vastu, वास्तु, plamestory, हस्तरेखा, गोचर, transit, aaj ka rashifal, ratn vigyan, mantra, mantro ke labh,
Pious Astro
*ॐश्री गणेसहाय नमः*🙏
*वैदिक पंचांग*
🌤️ *दिनांक - 31 दिसम्बर 2025*
🌤️ *दिन - बुधवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शिशिर ॠतु*
🌤️ *मास - पौष*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - द्वादशी 01 जनवरी रात्रि 01:47 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
🌤️ *नक्षत्र - कृत्तिका 01 जनवरी रात्रि 01:29 तक तत्पश्चात रोहिणी*
🌤️ *योग - साध्य सुबह 09:13 तक तत्पश्चात शुभ*
🌤️ *राहुकाल - दोपहर 12:42 से दोपहर 02:03 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 07:17*
🌤️ *सूर्यास्त - 06:06*
👉 *दिशाशूल - उत्तर दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - पुत्रदा एकादशी, (भागवत)*
💥 *विशेष - द्वादशी को पूतिका (पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 *पुत्रदा एकादशी* 🌷
➡️ *30 दिसम्बर 2025 मंगलवार को सुबह 07:50 से 31 दिसम्बर प्रातः 05:00 तक एकदशी है।*
💥 *विशेष - 30 दिसम्बर 2025 मंगलवार को पुत्रदा एकादशी (स्मार्त) एवं 31 दिसम्बर 2025 बुधवार को पुत्रदा एकादशी (भागवत)*
👉🏻 *31 दिसम्बर 2025 बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।*
🙏🏻 *पुत्रदा एकादशी (पुत्रप्राप्ति की इच्छा से इसका व्रत करनेवाला पुत्र पाकर स्वर्ग का अधिकारी भी हो जाता है ।)*
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
📅 *वास्तु में पुराने कैलेंडर लगाए रखना अच्छा नहीं माना गया है। ये प्रगति के अवसरों को कम करता है। इसलिए, पुराने कैलेंडर को हटा देना चाहिए और नए साल में नया कैलेंडर लगाना चाहिए। जिससे नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहे।*
*अगर सालभर अच्छे योग और फायदे चाहते हैं तो घर में कैलेंडर को वास्तु के अनुसार ही लगाएं।*
👉🏻 *वास्तु अनुरुप कहां लगाएं कैलेंडर*
📅 *कैलेंडर उत्तर,पश्चिम या पूर्वी दीवार पर लगाना चाहिए। हिंसक जानवरों, दुःखी चेहरों की तस्वीरोंवाला ना हो। इस प्रकार की तस्वीरें घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार करती है।*
📅 *पूर्व में कैलेंडर लगाना बढ़ा सकता हैं प्रगति के अवसर- पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य हैं , जो लीडरशिप के देवता हैं। इस दिशा में कैलेंडर रखना जीवन में प्रगति लाता है। लाल या गुलाबी रंग के कागज पर उगते सूरज, भगवान आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर हो।*
📅 *उत्तर दिशा में कैलेंडर बढ़ाता है सुख-समृद्धि- उत्तर दिशा कुबेर की दिशा है। इस दिशा में हरियाली,फव्वारा, नदी,समुद्र, झरने, विवाह आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर इस दिशा में लगाना चाहिए। कैलेंडर पर ग्रीन व सफेद रंग का उपयोग अधिक किया हो।*
📅 *पश्चिम दिशा में कैलेंडर लगाने से बन सकते हैं रुके हुए कई कार्य- पश्चिम दिशा बहाव की दिशा है। इस दिशा में कैलेंडर लगाने से कार्यों में तेजी आती हैं। कार्यक्षमता भी बढ़ती है। पश्चिम दिशा का जो कोना उत्तर की ओर हो। उस कोने की ओर कैलेंडर लगाना चाहिए।*
📅 *कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए घर की दक्षिण दिशा में- घड़ी और कैलेंडर दोनों ही समय के सूचक हैं। दक्षिण ठहराव की दिशा है। यहां समय सूचक वस्तुओं को ना रखें। ये घर के सदस्यों की तरक्की के अवसर रोकता है। घर के मुखिया के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।*
📅 *मुख्य दरवाजे से नजर आता कैलेंडर भी नहीं लगाएं- मुख्य दरवाजे के सामने कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए। दरवाजे से गुजरने वाली ऊर्जा प्रभावित होती है। साथ ही तेज हवा चलने से कैलेंडर हिलने से पेज उलट सकते हैं । जो कि अच्छा नहीं माना जाता है।*
💥 *विशेष : अगर कैलेंडर में संतों महापुरुषों तथा भगवान के श्रीचित्र लगे हों,तो ये और अधिक पुण्यदायी और आनंददायी माना जाता है |*
आज का राशिफल
16 hours ago | [YT] | 23
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*
🙏🏻
*ॐ सूर्यो देवाय नमः*
🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक - 28 दिसम्बर 2025*
🌤️ *दिन - रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शिशिर ॠतु*
🌤️ *मास - पौष*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - अष्टमी सुबह 11:59 तक तत्पश्चात नवमी*
🌤️ *नक्षत्र - उत्तरभाद्रपद सुबह 08:43 तक तत्पश्चात रेवती*
🌤️ *योग - वरीयान सुबह 10:13 तक तत्पश्चात परिघ*
🌤️ *राहुकाल - शाम 04:45 से शाम 06:06 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 07:15*
🌤️ *सूर्यास्त - 06:04*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- पंचक*
💥 *विशेष - *अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है (ब्रह्मवैवर्त पुराण ब्रह्म खण्ड: 27,29,34)*
*💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌷 *इन पुण्यदायी तिथियों व योगों का अवश्य उठायें लाभ* 🌷
➡️ *31 दिसम्बर : पुत्रदा एकादशी (पुत्र की इच्छा से व्रत करनेवाला पुत्र पाकर स्वर्ग का अधिकारी होता है।)*
➡️ *03 जनवरी : व्रत पूर्णिमा, पौष पूर्णिमा एवं माघ स्नान आरम्भ (माघ मास में जप, होम, दान - ये तीन पुण्यकर्म विशेष हैं। पद्म पुराण)*
➡️ *04 जनवरी : रविपुष्य योग (दोपहर 03:11 से 05 जनवरी सूर्योदय तक) (मंत्रसिद्धि और औषधि प्रयोग के लिए विशेष फलप्रद)*
➡️ *06 जनवरी : सकट चौथ, संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09:07), मंगलवारी चतुर्थी (सुबह 08:01 से 07 जनवरी सुबह 06:52 तक) (सूर्यग्रहण-तुल्य एवं ध्यान, जप, मौन आदि का प्रभाव अक्षय)*
➡️ *14 जनवरी : षट्तिला एकादशी मकर संक्रांति (पुण्यकाल : दोपहर 03:13 से सूर्यास्त तक) (सूर्योदय से पहले स्नान से 10,000 गोदान करने का फल)*
➡️ *16 जनवरी : प्रदोष व्रत एवं मासिक शिवरात्रि*
➡️ *18 जनवरी : दर्श अमावस्या, माघ अमावस्या एवं मौनी अमावस्या*
➡️ *20 जनवरी : व्यतीपात योग (रात्रि 08:01 से 21 जनवरी शाम 06:58 तक)*
*व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका 1 लाख गुना फल मिलता है। - वाराह पुराण*
➡️ *22 जनवरी : विनायक चतुर्थी, तिलकुंद चतुर्थी, वरद चतुर्थी एवं श्री गणेश जयंती*
➡️ *23 जनवरी : वसंत पंचमी (इस दिन सारस्वत्य मंत्र का अधिक-से-अधिक जप करना चाहिए।)*
➡️ *25 जनवरी : माघ शुक्ल सप्तमी (इस दिन प्रातः पुण्यस्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है। यह सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है।), विजया सप्तमी (स्नान, दान, ध्यान, जप, तप, होम और उपवास - सब कुछ बड़े-बड़े पातकों का नाशक ब्रह्म पुराण), रविवारी सप्तमी (सूर्योदय से रात्रि ११ बजकर १० मिनट तक) (सूर्यग्रहण-तुल्य व ध्यान, जप, मौन आदि का प्रभाव अक्षय)*
3 days ago | [YT] | 28
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Pious Astro
https://youtu.be/Lu9xJ1dHvSU?si=K0PDs...
6 days ago | [YT] | 15
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Pious Astro
वैदिक पंचांग
दिनांक - 15 दिसम्बर 2025
दिन - सोमवार
विक्रम संवत 2082
शक संवत -1947
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत ॠतु
मास - पौष (गुजरात-महाराष्ट्र)मार्गशीर्ष
पक्ष - कृष्ण
तिथि - एकादशी रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात द्वादशी
नक्षत्र - चित्रा सुबह 11:08 तक तत्पश्चात स्वाती
योग - शोभन दोपहर 12:30 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
राहुकाल - सुबह 08:30 से सुबह 09:51 तक
सूर्योदय - 07:09
सूर्यास्त - 05:58
👉 दिशाशूल - पूर्व दिशा मे
व्रत पर्व विवरण- सफला एकादशी
विशेष - *हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
वैदिक पंचांग
सफला एकादशी
➡️ 14 दिसम्बर 2025 रविवार को शाम 06:49 से 15 दिसम्बर, सोमवार को रात्रि 09:19 तक एकादशी है।
विशेष - 15 दिसम्बर, सोमवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।
*सफला एकादशी ( व्रत से सभी कार्य सफल होते हैं | यह सुख, भोग और मोक्ष देनेवाली है | इस रात को जागरण करने से हजारों वर्षों की तपस्या करने से भी अधिक फल मिलता है।
षडशीति संक्रान्ती
👉 16 दिसम्बर 2025 मंगलवार को षडशीति संक्रान्ती है ।
पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 12:23 तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!
इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।
षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )
विघ्न-बाधाएँ दूर करने हेतु मंत्र
👉🏻 अगर साधना में विध्न आते हों तो ‘ॐ नमो सर्वार्थसाधिनि स्वाहा |’ इस मंत्र का जप करके हाथ में जल ले के अपने आसन के चारों ओर छोड़ते हुए घेरा बना लें |
2 weeks ago | [YT] | 37
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Pious Astro
https://youtu.be/bGjpLcNC2Jg
लक्षणों के आधार पर पता करें Harmonal Imbalance का कारण कौन-सा ग्रह है? Astrology Hacks | Pious Astro
3 weeks ago | [YT] | 13
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*
🙏
🌞*ॐ सूर्य देवाय नमः नमः*🌞
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक - 07 दिसम्बर 2025*
🌤️ *दिन - रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - पौष (गुजरात- महाराष्ट्र)मार्गशीर्ष*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - तृतीया शाम 06:24 तक तत्पश्चात चतुर्थी*
🌤️ *नक्षत्र - पुनर्वसु 08 दिसंबर प्रातः 04:11 तक तत्पश्चात पुष्य*
🌤️ *योग - शुक्ल रात्रि 08:07 तक तत्पश्चात ब्रह्म*
🌤️ *राहुकाल - शाम 04:35 से शाम 05:57 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 07:04*
🌤️ *सूर्यास्त - 05:55*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- संकष्ट चतुर्थी (चंद्रोदय: रात्रि 08:15)*
💥 *विशेष - तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *कोई कष्ट हो तो* 🌷
➡️ *07 दिसंबर 2025 रविवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 08:15)*
🙏🏻 *हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |*
👉🏻 *छः मंत्र इस प्रकार हैं –*
🌷 *ॐ सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे ।*
🌷 *ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।*
🌷 *ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।*
🌷 *ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । और जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है ।*
🌷 *ॐ अविघ्नाय नम:*
🌷 *ॐ विघ्नकरत्र्येय नम:*
🌞
🌷 *कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में* 🌷
➡️ *08 दिसंबर 2025 को प्रातः 04:11 से सूर्योदय तक रविपुष्यामृत योग है।*
🌳 *बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |*
🌷 *रविपुष्यामृत योग* 🌷
🙏🏻 *‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट-से-अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल-से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं | ‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है |*
🙏🏻 *इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं |
🌞
3 weeks ago | [YT] | 25
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*
🙏🏻
*ॐशम शनिश्चराय नमः 🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए* 🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक - 22 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन - शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - मार्गशीर्ष*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - द्वितीया शाम 05:11 तक तत्पश्चात तृतीया*
🌤️ *नक्षत्र - ज्येष्ठा शाम 04:47 तक तत्पश्चात मूल*
🌤️ *योग - सुकर्मा सुबह 11:30 तक तत्पश्चात धृति*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:39 से सुबह 11:02 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 06:54*
🌤️ *सूर्यास्त - 05:54*
👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- चंद्र-दर्शन (शाम 05:41 से रात्रि 07:01 तक)*
💥 *विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 *शक्ति संवर्धक आहार* 🌷
🍪 *बाजरे के आटे में तिल मिलाकर बनायी गयी रोटी पुराने गुड़ व घी के साथ खाना, यह शक्ति-संवर्धन का उत्तम स्रोत है। 100 ग्राम बाजरे से 45 मि.ग्रा कैल्शियम, 5 मि.ग्रा. लौह व 361 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। तिल व गुड़ में भी कैल्शियम व लौह प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।*
*सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए* 🌷
🐄 *तुलसी की अथवा गाय की ९ बार प्रदक्षिणा करने से व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है ..ऐसे ही ओंकार जप से सकारात्मक ऊर्जा के साथ भगवत प्रीति भी बढ़ती है तुलसी और गौ का आभा मंडल ३ मीटर की दूरी तक फैला होता है वैज्ञानिक लेमों मूर्ति ने कहा है कि गौ, तुलसी, पीपल, सफ़ेद आंकड़ा, गोबर ये घनात्मक ऊर्जा देते हैं*
🌷 *नारी सौभाग्य मंत्र* 🌷
🏡 *किसी के घर में ज्यादा उपद्रव होता हो, ज्यादा अशांति होती हो और बहने बेचारी तंग आ गयी हों, तो एक नारी सौभाग्य कर्ण मंत्र आता है। बीज मंत्र हैं उसमें, ८ अक्षर हैं उसमें। ८ अक्षर में से ४ बार तो ॐ ही आता है। ४ अक्षर दूसरे हैं तो कितना सरल हो गया ।*
🌷 *ॐ ॐ ह्रीं ॐ क्रिम ह्रीं ॐ स्वाहा ।*
👌🏻 *और इसकी १० माला जपनी होती है सूर्य उगने से पहले । और सुहागन स्त्री को । पुरुष को नही जपना है ।*
1 month ago | [YT] | 30
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*
🙏🏻
*ॐ सूर्यो देवाय नमः*
🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक - 16 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन - रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात-महाराष्ट्र कार्तिक)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - द्वादशी 17 नवम्बर प्रातः 04:47 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
🌤️ *नक्षत्र - हस्त 17 नवम्बर रात्रि 02:11 तक तत्पश्चात चित्रा*
🌤️ *योग - प्रीति पूर्ण रात्रि तक*
🌤️ *राहुकाल - शाम 04:33 से शाम 05:57 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 06:51*
🌤️ *सूर्यास्त - 05:55*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- विष्णुपदी-वृश्चिक संक्रांति (पुण्यकाल: सुबह 07:53 से दोपहर 01:45 तक)*
💥 *विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌷 *सोमप्रदोष व्रत* 🌷
🙏🏻 *हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 17 नवम्बर, सोमवार को सोमप्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…*
👉🏻 *ऐसे करें व्रत व पूजा*
🙏🏻 *- प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।*
🙏🏻 *- इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।*
🙏🏻 *- पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।*
🙏🏻 *- भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।*
🙏🏻 *- भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।*
👉🏻 *ये उपाय करें*
*सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।*
*श्री राधे राधे श्याम*
🙏
1 month ago | [YT] | 42
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*
🙏🏻
*शम शनिश्चराय नमः* 🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक - 15 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन - शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात- महाराष्ट्र कार्तिक)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - एकादशी 16 नवम्बर रात्रि 02:37 तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी रात्रि 11:34 तक तत्पश्चात हस्त*
🌤️ *योग - विष्कंभ 16 नवम्बर सुबह 06:47 तक तत्पश्चात प्रीति*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 09:36 से सुबह 11:00 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 06:50*
🌤️ *सूर्यास्त - 05:55*
👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- उत्पत्ति एकादशी*
💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌷 *विष्णुपदी संक्रांति* 🌷
➡ *जप तिथि : 16 नवम्बर 2025 रविवार को (विष्णुपदी संक्रांति)*
*पुण्यकाल सुबह 07:53 से दोपहर 01:45 से तक |*
🙏🏻 *विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है | – (पद्म पुराण , सृष्टि खंड)*
🌷 *उत्पत्ति एकादशी* 🌷
➡️ *14 नवम्बर 2025 शुक्रवार को रात्रि 12:49 से 16 नवम्बर, को रात्रि 02:37 तक (यानी 15 नवम्बर को पूरा दिन) एकादशी है।*
💥 *विशेष - 15 नवम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।*
🙏🏻 *उत्पत्ति एकादशी ( व्रत करने से धन, धर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है | - पद्म पुराण )*
🌷 *स्नान के साथ पायें अन्य लाभ* 🌷
🐄 *गोमय से ( देशी गौ-गोबर को पानी में मिलाकर उससे ) स्नान करने पर लक्ष्मीप्राप्ति होती है तथा गोमूत्र से स्नान करने पर पाप-नाश होता है | गोदुग्ध से स्नान करने पर बलवृद्धि एवं दही से स्नान करने पर लक्ष्मी की वृद्धि होती है | ( अग्निपुराण : २६७.४-५)*
🌷 *पौष्टिक खजूर* 🌷
🔹 *१३२ प्रकार की बीमारियों को जड़ से उखाडनेवाला, त्रिदोषनाशक खजूर तुरंत शक्ति – स्फूर्ति देनेवाला, रक्त – मांस व वीर्य की वृद्धि करनेवाला, कब्जनाशक, कान्तिवर्धक, ह्रदय व मस्तिष्क का टॉनिक है |*
💥 *सेवन - विधि : बच्चों के लिए २ से ४ और बड़ों के लिए ४ से ७ |
🌞
*श्री राधे-राधे श्याम* 🙏
1 month ago | [YT] | 26
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Pious Astro
*ॐश्री गणेशाय नमः*🙏🏻
*या देवी सर्व भूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमस्तस्ए नमस्तस्य नमो नमः 🙏🏻*
🌤️ *दिनांक - 14 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन - शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - हेमंत ॠतु*
🌤️ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात-महाराष्ट्र कार्तिक)*
🌤️ *पक्ष - कृष्ण*
🌤️ *तिथि - दशमी रात्रि 12:49 तक तत्पश्चात एकादशी*
🌤️ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 09:20 तक तत्पश्चात उत्तरा फाल्गुनी*
🌤️ *योग - वैधृति 15 नवम्बर सुबह 06:26 तक तत्पश्चात विष्कंभ*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 10:59 से दोपहर 12:23 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 06:49*
🌤️ *सूर्यास्त - 05:56*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
💥 *विशेष -
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡️ *14 नवम्बर 2025 शुक्रवार को रात्रि 12:49 से 16 नवम्बर, को रात्रि 02:37 तक (यानी 15 नवम्बर को पूरा दिन) एकादशी है।*
💥 *विशेष - 15 नवम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें...... विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा
*श्रीराधे-राधे श्याम* 🙏
1 month ago | [YT] | 28
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