Dilsweetheart718

🫧🕊 ⃝🩷
     🖤जिंदगी तुम्हारी है...
चाहे तो बना लो, चाहे तो बिगाड़ लो
अगर कुछ करने की चाहत हो तो
अभी भी वक्त है, जान लगा दो❤️
      .......राधे ♥️᪵᪳❥ राधे......
                   ♥️🔒🦋
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम॥...

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम ॥

अर्थात- (मेरे) हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी का, मध्य में सरस्वती का और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है।

हथेलियों के दर्शन का मूल भाव तो यही है कि हम अपने कर्म पर विश्वास करें। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे कर्म करें जिससे जीवन में धन, सुख और ज्ञान प्राप्त करें। हमारे हाथों से ऐसा कर्म हों जिससे दूसरों का कल्याण हो। संसार में इन हाथों से कोई बुरा कार्य न करें।







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