Highest Dhamma – Abhidhamma

बुद्ध, धम्म व संघ की शरण को गए समस्त उपासक उपासिका को धम्म का ज्ञान होना चाहिए। ये चैनल एक बेहतर जीवन जीने हेतु भगवान बुद्ध की आधारभूत शिक्षा आप तक पहुंचाएगा।
भवतु सब्ब मङ्गलं।।।

All the Upasaka and upasika who have taken refuge for Buddha,Dhamma and Sangha must have knowledge about the teachings of BUDDHA. This channel will provide you the besic teachings of Buddha for a better life.


Highest Dhamma – Abhidhamma

*_संस्कारधानी : बौद्ध मठ_*
*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*

नर्मदा नदी के किनारे बना भव्य ऐतिहासिक जबलपुर बौद्ध मठ, निश्चित रूप से जबलपुरवासियों की धरोहर है...

जबलपुर कह रहा है.....
आए सम्राट अशोक यहां,
और यहां की महिमा जानी;
उज्जैन विदिशा के मध्य में,
बनी मैं संस्कारधानी.....

मेरे गर्भ का बौद्ध मठ पुकार रहा है,
अपना अस्तित्व पाने को;
हो पूर्णिमा या हो अमावस,
तुम भूल न जाना आने को.....

संभाला इसे मैंने अरसे से,
न जाने कितने जुल्म सहकर;
अब तुम इसे संवार लो,
धम्म की धारा में बहकर....

बौद्ध मठ अपनी आप बीती बता रहा है...

नर्मदा किनारे खड़ा हूं मैं,
मोती नहीं मैं माला हूं;
सभी मोतियों को खोकर भी मैं,
अकेले, सुख ही देने वाला हूं......

अपने भीतर अरहंतो की,
खुशबू (शील गंध) समाए बैठा हूं;
चले आओ तुम भी मेरे पास,
सुगंधित बनो मैं कहता हूं.....

संस्कारों का हो जन्म यहां से,
प्रज्ञा उजली कर पाए;
जन जन वो जबलपुर का,
त्रिरत्नों से तर जाए....

चलो उठो अब आ भी जाओ,
थक गया हूं अकेला यहां;
आकर यहां कुछ पुण्य कमाओ,
नहीं तो कुछ बचेगा कहां.....

बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......

4 days ago | [YT] | 210

Highest Dhamma – Abhidhamma

*गरज और बरस*

*_भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना_*

```भिक्षुओं! तो किस प्रकार का व्यक्ति गरजता भी है और बरसता भी है!```

```*_भिक्षुओं! जो व्यक्ति जैसा कहता है; वैसा करता  भी है ...ऐसा व्यक्ति उस बादल की भांति है जो गरजता भी है और बरसता भी है! (अ. नि. 4.101)_*```

> बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......

4 days ago | [YT] | 271

Highest Dhamma – Abhidhamma

*_अभिधम्म सत्र 57_*
*_कल सुबह 5:30 बजे जुड़ें!_*
*_24 अप्रैल 2025 @ 05:30am_*

*_Bhikkhuni Sākya Dhammadinnā from Bodhipakkhiya Dhamma Foundation_* is inviting you to a scheduled Zoom meeting.


*_Date & Time 24th April 2025; 05:30am(Indian Time)_*

Join Zoom Meeting
us02web.zoom.us/j/6443581452?pwd=Tk1zVGpJc0cybExzR…
Meeting ID: 644 358 1452
Passcode: 140414

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6 days ago | [YT] | 161

Highest Dhamma – Abhidhamma

*_महाभोगी_*
*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*

सांसारिक जीवन में हर कोई चाहता है कि उसके पास भोगने के लिए बहुत कुछ हो! इसके लिए भगवान कहते हैं :

*इन चारों गुणों के होने से कोई आर्य श्रावक धनसंपन्न, ऐश्वर्य संपन्न एवं महाभोगी होता है :*
*1. बुद्ध में अचल श्रद्धा होने से*
🌷🌷🌷
*2. धम्म में अचल श्रद्धा होने से*
🌷🌷🌷
*3. संघ में अचल श्रद्धा होने से*
🌷🌷🌷
*4. आर्य श्रावकों के प्रिय एवं समाधि तक ले जाने वाले शीलों से सम्पन्न होने से....*(स. नि.55.44)

```🌷बुद्ध में श्रद्धा बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा धम्म श्रवण करें..🌷```

```🌷धम्म में श्रद्धा बढ़ाने के लिए उस सुने हुए धम्म के अनुसार आचरण करना शुरू करें....🌷```

```🌷संघ में श्रद्धा बढ़ाने के लिए शीलवान संघ के सान्निध्य में रहें और उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करें...🌷```

> बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......

1 week ago | [YT] | 225

Highest Dhamma – Abhidhamma

*_पुण्य संचय_*
*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*

*जब कोई व्यक्ति कोई पुण्य कर्म करता है तो उसे उस पुण्य कर्म को बार-बार दोहराते रहना चाहिए! उसे उस पुण्य कर्म में आनंदित होना चाहिए! पुण्य संचय से ही सुख प्राप्त होता है!*
- धम्मपद 118

*🌷रोज दान, शील और भावना का अभ्यास करें! बहुत से लोग वर्ष में एक बार दान करते हैं या उपोसथ धारण करते हैं या वर्ष में एक बार संघ को आमंत्रित करके धम्म श्रवण करते हैं परंतु यदि वास्तव में जिसे इन पुण्य कर्मों से आनंद महसूस होता होगा वह बार बार इन पुण्य कर्मों को करना चाहेगा! पुण्य कर्म केवल औपचारिकता मात्र नहीं बन जाने चाहिए!🌷*

बोधिपक्खिय: बोधि के पंख.......

1 week ago | [YT] | 173

Highest Dhamma – Abhidhamma

*_ कल अट्ठमी उपोसथ है! उपोसथ सत्र हेतु जुड़ें!_*
*_भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना_*
*Tomorrow is Half Moon Uposatha. You can join us for Uposatha Session on 21st April @5 : 00am*.

21 अप्रैल 2025 प्रातः 5:00 बजे अवश्य जुड़ें!
शील याचना एवं त्रिरत्न वंदना : उपासक विजय कुमार सरोज जी के द्वारा!

*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना के साथ*
*_नीचे दिए गए लिंक से जुड़ें!_*
*ज़ूम लिंक* : us02web.zoom.us/j/6443581452?pwd=Tk1zVGpJc0cybExzR…

आईडी :644 358 1452
पासकोड :140414
🌷भवतु सब्ब मङ्गलं🌷

आप प्रत्येक उपोसथ के सत्र एवं अभिधम्म के पिछले लेक्चर्स निम्न चैनल पर देख सकते हैं:
youtube.com/@Abhidhamma42000?si=IVwOggkFG1LOaECS

1 week ago | [YT] | 221

Highest Dhamma – Abhidhamma

*_जल थल_*
*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*

*पृथ्वी ठोस है और जल कोमल/तरल है लेकिन दोनों ही कई तरह की मार को झेलने के पश्चात फिर स्थिर और शांत हो जाते हैं! ऐसे ही भगवान जल और थल यानि पानी और पृथ्वी की उपमा देते हुए पुत्र राहुल भंते को समझाते हुए कहते हैं :*

*राहुल! पृथ्वी और जल के समान ध्यान को विकसित करो; क्योंकि जब तुम पृथ्वी और जल के समान ध्यान विकसित करोगे, तब उत्पन्न हुए सुखद और दुखद वेदना तुम्हारे मन पर प्रहार नहीं कर सकेंगे! - बुद्ध (म. नि.)*

बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......

1 week ago | [YT] | 202

Highest Dhamma – Abhidhamma

*भगवान की उपमाएं*

*भिक्खुनी साक्य धम्मदिन्ना*

*हमारे दिन प्रतिदिन के जीवन में आस पास बहुत सी वस्तुएं रहती है या यूं कहें कि हम पूरा दिन इन भौतिक वस्तुओं से घिरे रहते हैं! लेकिन हम साधारण दृष्टि वाले लोग उन्हें केवल भौतिक वस्तु की तरह ही देखते हैं परंतु यदि धम्म की दृष्टि से देखा जाए तो हर वस्तु हमें कुछ सिखा रही होती है!*

*ऐसे ही भगवान बुद्ध भी हमारे दैनिक वस्तुओं के उदाहरण एवं उपमाएं देकर ही धम्म सिखाते हैं जिससे कठिन से कठिन देशना को समझना भी सरल हो जाता है!*

इसलिए कहते हैं : *स्वाक्खातो भगवता धम्मो.....अर्थात भगवान का धम्म सुंदर ढंग से व्याख्या किया हुआ है...*

*आग, पानी, हवा और रुई की उपमा देते हुए भगवान कितनी गहरी बात समझा रहे हैं....*

*_"जिस प्रकार आग से धधक रहे आश्रय को व्यक्ति पानी से बुझा देता है; उसी प्रकार प्रज्ञावान व्यक्ति अपने ज्ञान एवं कुशलता से उत्पन्न हुए दुःख को तुरन्त उड़ा देते है, जैसे हवा रूई के गुच्छे को उड़ा देती है!"_* - *(सुत्तनिपात 3.8)*

बोधिपक्खिय : बोधि के पंख.......

1 week ago | [YT] | 254