सतेंद्र राजपूत ग्राम विशम्भर पुर पोस्टर सराय प्रयाग जिला कन्नौज थाना गुरसहायगंज sdvermakannauj


SD verma Kannauj

"सज गई है आज चाँदनी दुल्हन बनकर, हर नजर थम गई है उसे देख कर, लाल जोड़े में है रौनक उसकी कुछ खास, शादी के इस दिन खिल उठा है हर एहसास।"

1 week ago | [YT] | 0

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गली-गली सब्जी बेचने वाली राधा हर सुबह ठेले पर निकलती थी। उसकी मुस्कान में दर्द छुपा था, जिसे कोई पढ़ नहीं पाया। एक दिन अमित, जो रोज़ उसी मोड़ पर मिलता था, उससे सब्ज़ी लेने लगा। धीरे-धीरे दोनों में बातों का सिलसिला शुरू हुआ और प्यार हो गया। लेकिन समाज के तानों और फर्क ने उनके सपनों को कुचल दिया। अमित की शादी किसी और से तय कर दी गई। राधा उसी मोड़ पर अब भी सब्ज़ी बेचती है, पर अब उसकी आँखें हमेशा भीगी रहती हैं… जैसे हर दिन किसी अपने को खो देती हो।

1 week ago | [YT] | 0

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कन्नौज की तंग गलियों में इत्र बेचने वाले आरिफ और माया की मोहब्बत की खुशबू हर जगह थी। आरिफ हर बार माया के लिए एक खास इत्र बनाता था- "उसके नाम का इत्र"। एक दिन माया की शादी किसी और से तय हो गई। विदाई वाले दिन आरिफ ने उसे आख़िरी बार वो इत्र भेंट किया। माया ने वो शीशी सीने से लगाकर कहा, "जब भी इसकी खुशबू आएगी, तू याद आएगा।" सालों बीत गए, आरिफ अब बूढ़ा है, मगर हर शाम वही इत्र सूंघकर उसकी आँखों से चुपचाप आंसू बहते हैं... जैसे वक़्त थम गया हो।

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हैप्पी होली सभी दोस्तों को

1 month ago | [YT] | 1